जयंत के लिए भाजपा के दरवाजे खुले …. शाह बोले- भाजपा और जाटों का रिश्ता साढ़े 600 साल पुराना, आपने ने भी मुगलों से लड़ा और भाजपा भी लड़ रही है

यूपी चुनाव से पहले भाजपा नाराज जाटों का मनाने में जुट गई है। बुधवार को दिल्ली में भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के आवास पर अमित शाह ने जाट नेताओं के साथ बैठक की। गृहमंत्री ने यहां कहा कि हमारा और जाटों का साढ़े 600 साल पुराना नाता है। आप भी मुगलों से लड़े और हम भी लड़ रहे हैं। ये हमारा और आपका नाता है।

बैठक के बाद प्रवेश वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘अमित शाह के साथ रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के बारे में जाट नेताओं ने चर्चा की। शाह ने कहा कि अभी जयंत ने पार्टी चुन ली है। चुनाव बाद कई संभावनाएं हैं।’

वर्मा ने कहा कि जाट कम्यूनिटी के लोग जयंत से बातचीत करेंगे। उनके लिए हमेशा भाजपा के दरवाजे खुले हैं। वर्मा ने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि जयंत अपने घर वापस आ जाएं यानी भाजपा में। लेकिन उन्होंने गलत रास्ता चुन लिया है। वहीं, बैठक के कुछ देर बाद ही जयंत ने भी ट्वीट करके भाजपा को जवाब दिया। उन्होंने लिखा- न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!!

जयंत चौधरी का ट्वीट।
जयंत चौधरी का ट्वीट।

‘डांट भले ही लीजिए, लेकिन वोट गलत जगह मत दीजिएगा’

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि बैठक में शाह ने जाट नेताओं से कहा है कि डांट भले ही लीजिए। लेकिन वोट गलत जगह मत दीजिएगा। जाट भी किसानों के लिए सोचते हैं और बीजेपी भी। जाट देश की सुरक्षा के लिए सोचते हैं और बीजेपी भी। अमित शाह ने आगे कहा कि यदि कोई शिकायत है तो उनसे झगड़ा कर सकते हैं, लेकिन पार्टी से कोई नाराजगी ना रखी जाए।

वहीं, बुलंदशहर के जाट नेता नरेंद्र सरोही ने कहा कि शाह से मुलाकात के दौरान हमने चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न और जाटों के लिए आरक्षण की मांग की है। इस पर उन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया है।

यूपी विधानसभा चुनाव में पश्चिम यूपी का प्रभारी अमित शाह को बनाया गया है।
यूपी विधानसभा चुनाव में पश्चिम यूपी का प्रभारी अमित शाह को बनाया गया है।

पश्चिम यूपी में सपा-रालोद का गठबंधन
दरअसल, विधानसभा चुनाव के लिए सपा और रालोद ने गठबंधन किया है। अब तक पश्चिम यूपी की 32 सीटों पर रालोद ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं। जबकि 10 सीटों पर सपा के उम्मीदवार हैं। इस गठबंधन ने भाजपा की सियासी गणित बिगाड़ दी है। जाट और मुस्लिम पश्चिम यूपी का बड़ा वोट बैंक है। ऐसे में अगर यह भाजपा से दूर होता है तो फिर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि बैठक में शाह ने जाट नेताओं से कहा है कि डांट भले ही लीजिए। लेकिन वोट गलत जगह मत दीजिएगा।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि बैठक में शाह ने जाट नेताओं से कहा है कि डांट भले ही लीजिए। लेकिन वोट गलत जगह मत दीजिएगा।

कृषि बिल के कारण जाट नाराज, शाह के पास जिम्मेदारी
दरअसल, जाटों को भाजपा को वोट बैंक माना जाता रहा है। 2014 के चुनाव के समय से ही भाजपा को जाटों का भरपूर समर्थन मिलता रहा है। हालांकि, तीन कृषि कानून के बाद से जाटों की नाराजगी भाजपा सरकार से बढ़ती गई। यही वजह है कि चुनाव से पहले भाजपा नाराज जाटों को मनाने में जुट गई है।

पश्चिम यूपी को फतेह करना भाजपा के लिए मुश्किल नजर आ रहा है। इसलिए पार्टी नेतृत्व ने यूपी विधानसभा चुनाव में पश्चिम यूपी का प्रभारी अमित शाह को बनाया गया है।

भाजपा के लिए जाट क्यों है जरूरी, क्योंकि 75 सीटों पर असर
पश्चिम यूपी के मेरठ मंडल, सहारनपुर मंडल, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, बरेली मंडलों की 75 विधानसभा सीटों पर जाट वोट प्रभाव डालता है। वेस्ट यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले चौधरी संजीव बालियान केंद्र में राज्यमंत्री हैं। वहीं बागपत जिले के रहने वाले सत्यपाल सिंह बागपत लोकसभा सीट से सांसद हैं।

वहीं, दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। भाजपा वेस्ट यूपी में जाट बिरादरी को साधने का प्रयास कर रही है।

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