सलाम है इस पिता को जिसने अपने एक बेटे को आईपीएस तो दूसरे को आईएएस अधिकारी बनाया
माता-पिता का दूसरा नाम त्याग है। हर सफल बेटे के पीछे उसके पिता का त्याग छिपा होता है। समाज में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपनी छोटी-छोटी जरूरतों से समझौता करके अपने बच्चों को बुलंदियों तक पहुंचाया बस उस पिता की यही उम्मीद होती है कि उसका बेटा एक दिन उसका नाम जरूर ऊंचा करेगा और यह काम कर दिखाया लुधियाना के रहने वाले प्रोफेसर अमरजीत पाल शर्मा ने जिन्होंने अपने बड़े बेटे को आईपीएस तो छोटे बेटे को आईएस बना दिया। आज अमरजीत पाल शर्मा गर्व से कहते हैं कि उनका एक बेटा आईपीएस तो एक बेटा आईएएस अधिकारी है ।
हर कदम पर दिया बेटो का साथ
लुधियाना के रहने वाले प्रोफेसर अमरजीत पाल शर्मा गवर्मेंट कॉलेज में प्रोफेसर थे। उनका शुरू से ही सपना था कि उनके बेटे बड़े होकर उनका नाम ऊंचा करें और वह अपने बेटों की मेहनत में उनका हर कदम पर साथ देते थे। चाहे बात उनकी पढ़ाई की हो या फिर उनकी आवश्यकता पड़ने वाली चीजों की वह कभी अपने बच्चों को सोचने नहीं देते थे। और आज अमरजीत पाल शर्मा की मेहनत रंग भी लाई जहां उनका बड़ा बेटा उत्तर प्रदेश मैं आईपीएस अधिकारी के पद पर तैनात है तो वही छोटा बैठा उत्तर प्रदेश में ही आईएएस अधिकारी के पद पर तैनात है सच पूछिए तो दोनों बेटों को कुर्सी पर देखकर पिता अमरजीत पाल शर्मा गर्व से कहते हैं कि मेरी मेहनत खराब नहीं गई आज मेरे दोनों बेटे देश की सेवा में है।
एनकाउंटर अजय के पिता है अमरजीत पाल शर्मा
यूपी कैडर के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारियों में गिने जाने वाले आईपीएस अजय पाल शर्मा बताते है की कामयाबी के पीछे उनके पिता का ही हाथ है। शर्मा का कहना है कि वह पढ़ाई के समय में जब जब निराश हुए उनके पिता ने उनका हौसला बढ़ाया और उसी हौसले की वजह से आज वह आईपीएस अधिकारी हैं आज भी अजय पाल शर्मा अपने पिता की सलाह के बगैर कुछ नहीं करते। अजय पाल शर्मा 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं वर्तमान मैं अजय पाल शर्मा एसपी रामपुर के पद पर तैनात हैं इससे पहले शर्मा गौतम बुध नगर शामली और हाथरस जैसे जिलों के कप्तान भी रह चुके हैं ट्रेनिंग के दौरान शर्मा कानपुर मथुरा और गाजियाबाद में भी तैनात रहे हैं शामली में ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर प्रदेश की योगी सरकार की छवि बनाने में इस आईपीएस अधिकारी का अहम योगदान बताया जाता है।
सख्त मिजाज आईएएस अधिकारी अमित पाल शर्मा
गवर्नमेंट कॉलेज में प्रोफेसर रहे अमरजीत पाल शर्मा के दूसरे बेटे आईएएस अधिकारी अमित पाल शर्मा है। यह पिता की मेहनत ही है कि उन्होंने अपने बेटे की मेहनत में इतना साथ दिया कि बेटे ने पहले अटेम्प्ट 2013 में ही आईआरएस अधिकारी बन के दिखाया। लेकिन पिता को अभी अपने बेटे के हौसले की पहचान थी उन्होंने अपने बेटे का हौसला बढ़ाया तो बेटे अमित पाल शर्मा ने 2014 में आईपीएस अधिकारी बन दिखाया। लेकिन पिता अब भी तैयार नहीं थे क्योंकि उनका तो बड़ा बेटा पहले से ही एक आईपीएस अधिकारी था। उनका अपने छोटे बेटे अमित पाल शर्मा को आईएस बनाना था और फिर उन्होंने अपने बेटे का हौसला बढ़ाया और 2015 में बेटे ने अपने पिता का नाम ऊंचा करते हुए सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर देश के टॉप 10 में शामिल होकर आईएएस अधिकारी बनकर दिखाया। खुद अमित पाल शर्मा कहते हैं कि उनके पिता ही उनके रोल मॉडल रहे पढ़ाई के समय पर जब शर्मा देर रात तक पढ़ते थे तो उनके पिता उनके साथ बैठे रहा करते थे और उनका हौसला बढ़ाते थे। अमित पाल शर्मा वर्तमान में एसडीएम शामली के पद पर तैनात हैं इससे पहले अमित पाल शर्मा ट्रेनिंग के दौरान गाजियाबाद में मुरादनगर, खोड़ा, तो लोनी में तैनात रह चुके हैं। अमित पाल शर्मा पोस्टिंग के दौरान जहां रहे वहां अवैध कामों पर सकता इसे कार्यवाही की लोनी एसडीएम रहते हुए अमित पाल शर्मा ने एसिड गिरोह पर तो खनन माफियाओं पर बड़ी कार्यवाही की। जिसके बाद उनके कार्य को देखते हुए सरकार ने उन्हें एसडीएम कैराना बनाकर भेजा। कैराना जाने के बाद शर्मा ने कई सालों से लंबित रोडवेज का मामला तो सड़कों पर खुलेआम कानून को ठेंगा दिखाकर विक्रय पेट्रोल के ऊपर भी बड़ी कार्रवाई की।
आज भी पिता से डरते हैं दोनों अधिकारी बेटे
उत्तर प्रदेश में अपने काम के दम पर अपनी पहचान बनाने वाले शर्मा ब्रदर आज भी गलत काम करने से अपने पिता से डरते हैं पिता अमरजीत पाल शर्मा भी अपने बेटों के साथ समय-समय पर मौजूद रहते हैं।