द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री बोले- फिल्म की स्क्रीनिंग के वक्त मैं अंदर से रो रहा था
नेशनल फिल्म अवॉर्डी फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ सिनेमाघरो में रिलीज हुई है। इसके पहले डायरेक्टर ने फिल्म की स्क्रीनिंग जम्मू में रखी थी। इसमें कश्मीरी पंडितों को भी इनवाइट किया था। फिल्म को लेकर विवेक ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है। पढ़िए बातचीत का अशं:
स्क्रीनिंग के वक्त मैं अंदर से रो रहा था
विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “जम्मू में अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग करना मेरे लिए किसी तीर्थ स्थान पर जाने से कम नहीं था। जम्मू कश्मीरी लोगों के लिए किसी तीर्थ स्थान से कम नहीं। स्क्रीनिंग के दौरान, मैं काफी इमोशनल हो गया था। मानो जैसे अंदर ही अंदर रो रहा था बस आंखों से आंसू निकलना बाकी था। स्क्रीनिंग के दौरान, मेरे आस पास बैठे हर व्यक्ति की आंखें नम थीं, कई लोग रो रहे थे। जिसने भी ये फिल्म देखी उन्होंने सिर्फ एक ही बात कही – ये फिल्म कश्मीरी पंडित के लिए किसी हीलिंग से कम नहीं। उन्हें उम्मीद है कि ये एक कदम कश्मीरी पंडितों को 32 साल बाद न्याय मिलने के लिए होगा।”
यह फिल्म दर्शकों की आंखे खोलने का काम करेगी
वे आगे कहते है, “लोगों के इमोशंस देखकर, मैं भी खुद को इमोशनल होने से नहीं रोक पाया। स्क्रीनिंग के बाद कुछ लोग मेरे पास आकर मेरे कंधे पर अपना सर रखकर रो रहे थे। कुछ बूढ़ी औरतों ने मेरा हाथ थामकर कहने लगीं कि ईश्वर तुम्हे बहुत लम्बी उम्र दे। इस फिल्म के बाद उनकी उम्मीद बढ़ गई, उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई। इस कहानी को पर्दे पर उतारना कोई आसान काम नहीं था। क्योंकि कश्मीरी पंडितों का पलायन भारतीय राजनीति का एक अहम और संवेदनशील मुद्दा है। इसलिए यह फिल्म दर्शकों की आंखे खोलने का काम करेगी।”