इंदौर .. 40 अस्पतालों वाले CMHO 3.5 लाख ही खर्च कर पाए, सिविल सर्जन ने बिना अस्पताल खर्चे 11 लाख
स्वास्थ्य विभाग के बजट को लेकर अजीब सी स्थिति सामने आई है। सीएमएचओ (जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) के अधीन 40 अस्पताल हैं, लेकिन वे पूरे साल में आवंटित 19.97 लाख के बजट में से मात्र 3.57 लाख ही खर्च कर पाए हैं। जबकि सिविल सर्जन ने 18 में से 11 लाख खर्च कर दिए, जिनके अधीन केवल जिला अस्पताल है।
जो तीन साल से निर्माणाधीन होकर बंद पड़ा हुआ है। एसीएस की बैठक में जब ये आंकड़े सामने आए तो वे भी चौंक गए। हर साल की परफॉर्मेंस के आधार पर अगले वर्ष का बजट तय होता है, अगर पैसा खर्च नहीं होता है तो अगले साल आवंटन कम कर दिया जाता है।
सफाई ठेके पर, पर फिनाइल भी धड़ल्ले से खरीद रहे
जिला अस्पताल में धड़ल्ले से फिनाइल भी खरीदा गया है, जबकि सफाई ठेके पर है। फिनाइल सहित अन्य संसाधन की व्यवस्था कंपनी के जिम्मे हैं। बंद बिल्डिंग के लिए फिनाइल क्यों खरीदा गया?
मेडिकल काॅर्पाेरेशन को ऑर्डर कर चुके हैं, लेकिन बिल नहीं आए। जैसे ही बिल आएंगे, भुगतान कर देंगे। – डॉ. बीएस सैत्या, सीएमएचओ
गायनिक सेवा के लिए 10 बेड हैं। ओपीडी मरीजों के लिए जो बजट मिल रहा है, उसका उपयोग कर रहे हैं। – डॉ. संतोष वर्मा, सिविल सर्जन