300 फीट की ऊंचाई से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का नजारा … MP के हिस्से का काम नवंबर तक होगा पूरा, इंदौर से करीब 10 घंटे में पहुंच सकेंगे दिल्ली-मुंबई
MP के जावरा से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का काम 85 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। दिल्ली से मुंबई तक बनने वाले 1380 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का 240 किलोमीटर का हिस्सा मध्यप्रदेश से गुजरेगा। इसमें से 200 किमी तक का रास्ता बनकर तैयार है और नवंबर 2022 तक बाकी का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। ऐसे में इस एक्सप्रेस-वे का तैयार हिस्सा 300 फीट की ऊंचाई से ड्रोन कैमरे की नजर से भास्कर आपको दिखा रहा है।
एक्सप्रेस-वे का 90 किमी का लंबा हिस्सा रतलाम जिले से गुजरा है, जिसमें से 70 किमी बनकर तैयार हैं। इस हिस्से के बनने के बाद एक से डेढ़ महीने तक टेस्ट ड्राइव चलेगा। उसके बाद टोल निर्धारण व वसूली होगी। अभी टोल को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन एंट्री पाइंट पर टोल सेंटर जरूर तैयार हो गए हैं।
आधा होगा मुंबई-दिल्ली के बीच का समय
इस एक्सप्रेस-वे की वजह से मुंबई से दिल्ली के सफर में लगने वाला समय आधा रह जाएगा। यानि सिर्फ 12 घंटे लगेंगे, जबकि पहले इसी में 24 घंटे का समय लगता था। ऐसे ही रतलाम से लगभग 6 से 7 घंटे में मुंबई और नई दिल्ली पहुंचा जा सकेगा। जबकि अभी रतलाम से मुंबई पहुंचने में लगभग 12 और दिल्ली पहुंचने में लगभग 14 घंटे लगते हैं। 1380 किमी का एक्सप्रेस-वे पूरा होने में दिसंबर 2023 तक का समय लगेगा क्योंकि कुछ हिस्से में काम देरी से शुरू हुआ है।
सालाना होगी 32 करोड़ लीटर ईधन की बचत
दिल्ली से मुंबई के बीच वाहनों के आवागमन व उनकी संख्या के आधार पर अनुमान लगाया गया है कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने पर सालाना 32 करोड़ लीटर से अधिक ईधन की बचत होगी, जिसके कारण 85 करोड़ किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी जो 4 करोड़ पौधे लगाने के बराबर है। यानी लोगों के साथ पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।
170 की स्पीड से नितिन गडकरी ले चुके हैं ट्रायल
मप्र में जावरा के पास भूतेडा में एक्सप्रेस-वे का एंट्री पाइंट दिया गया है। यहां से साढ़े 5 घंटे में मुंबई तो साढे 6 घंटे में दिल्ली पहुंच सकेंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी यहां कार को 170 की स्पीड से चलवाकर टेस्ट ड्राइव ले चुके हैं।
एक्सप्रेस-वे की खास बातें
– 1380 किलोमीटर लंबाई
– 1 लाख करोड़ रुपए लागत
– 6 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र की कनेक्टिविटी
– मप्र में 240 किमी का हिस्सा
– नवंबर 22 तक चालू होगा मप्र का हिस्सा
मप्र में नवंबर तक पूरा हो जाएगा काम
प्रोजेक्ट डायरेक्टर NHI रवींद्र गुप्ता ने बताया कि एक्सप्रेस-वे बनने के बाद दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंच सकेंगे। मप्र में काम की स्पीड बढ़ाई गई है। बचे हुए पुल-पुलियाओं का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। मप्र का हिस्सा नवंबर तक पूरा हो जाएगा। SDM जावरा हिमांशु प्रजापति का कहना है कि रतलाम जिले में एक्सप्रेस-वे का एंट्री पाइंट होने से क्षेत्र के लिए नए अवसर तैयार होंगे।