ग्वालियर …. 10 साल से नहीं करवाई फायर बिग्रेड कर्मचारियों की ट्रेनिंग, जिम्मेदार मौन
2020 में कर्मचारियों को अपने खर्चें पर ट्रेङ्क्षनग कराने के लिए भेजा गया था प्रस्ताव
पुरुषोत्तम-नियमित
अनूज शर्मा-विनियमित
देवेंद्र लहरे-विनियमित
बसंत प्रताप-विनियमित
आशिक मुस्ताक-विनियमित
कुलदीप डंदौतिया-विनियमित (निधन)
प्रदीप राजौरिया-विनियमित (निधन)
देवेंद्र जखलिया-स्थाई (निधन)
अधिकारी : विवेक दीक्षित-फायर अधिकारी
कोमल बरैलीया-सहायक फायर अधिकारी
स्थाई कर्मी-25
आउट सोर्स-42
विनियमित-75
फायर अधिकारी-01
नोडल अधिकारी-01
लीङ्क्षडग फायर मैन-01
दमकल के पास वाहन
-11 एक्सटेंशन लैडर
-6 वाटर टेंडर
-4 फोम टेंडर
-1 दमकल वाहन मुरार में अल्पना टॉकीज के पास
-1 दमकल वाहन जीवाजी चौक, महाराज बाड़ा में
-9 दमकल वाहन रूपङ्क्षसह स्टेडियम के समीप
-1 आनंद नगर
शासन की ओर से 2011-12 में भोपाल में फायर बिग्रेड की ट्रेनिंग के लिए दो लोगों को बुलाया गया था। जिसमें ग्वालियर फायर बिग्रेड की ओर से दो लोगों को भेजा गया था। यहां इन्होंने छह-छह महीने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद 2020 कर्मचारी को खुद के खर्चे पर ट्रेनिंग करवाने के लिए पत्र भेजा गया। लेकिन खर्चा अधिक होने के चलते कोई भी कर्मचारी ट्रेनिंग करने के लिए भोपाल नहीं गया। ट्रेनिंग का छह महीने का खर्चा 57000 हजार रुपए है। शासन की ओर से जुलाई 2021 में फिर से पत्र भेजा गया। जिसमें अपनी ओर से ट्रेनिंग करवाने की बात कही गई और इसके लिए दो कर्मचारी गए भी थी। लेकिन उन्हें ट्रेनिंग नहीं करवाई गई।
फायर ट्रेनिंग कोर्स में यह दी जाती है जानकारी
फायर ट्रेनिंगमें प्रशिक्षण करने वाले कर्मचारी को छह महीने की ट्रेनिंग के दौरान हादसा होने पर किस तरह से आग पर काबू पाने और जनहानि व आग को जल्द से जल्द कैसे बुझाया जा सके। इसके अलावा हादसा होने पर रेस्क्ूयो किस तरह से किया जाए सहित प्रशिक्षण में अन्य चीजें की जानकारी भी बारीकी से दी जाती है। ट्रेनिंग कोर्स के लिए योग्यता हायर सेकंडरी व हाईस्कूल रखी गई है। यह ट्रेनिंग भोपाल प्रशिक्ष्ण स्कूल अथवा नागपुर ट्रेनिंग संस्थान कराई जाती है।
छह-छह लोगों की टीम बनाकर करवानी चाहिए ट्रेनिंग
वर्तमान में फायर बिग्रेड में कम पढ़े लिखे लोग भी लगे हुए है। जिन्हें ट्रेनिंग नहीं करवाई जा सकती है। ऐसे लोगों की छटनी कर विभाग को योग्य व प्रशिक्षण वाले कर्मचारियों को रखना चाहिए। जिससे भविष्य में 14 अगस्त 2021 जैसी घटना न हो। कर्मचारियों की योग्यता कम से कम 12वीं पास होना चाहिए।साथ ही सभी कर्मचारियों की 6-6 लोगों की टीम बनाकर ट्रेनिंग करवाना चाहिए। हालांकि नगर निगम व फायर बिग्रेड के जिम्मेदारों द्वारा समय पर लोकल स्तर पर ही कर्मचारियों बालभवन सहित अन्य जगहों पर ट्रेनिंग देते रहे।