गृहमंत्री का इंदौर में बड़ा बयान … डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा- CM शिवराज सिंह के नेतृत्व में पार्टी लड़ेगी अगला चुनाव; जानिए और क्या कहा
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री और इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को इंदौर में कहा कि अगला चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ को संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा है। अब वे 77 वर्ष के हो जाएंगे। यह उनका आंतरिक मामला है। इस बार भाजपा प्रदेश में दो तिहाई मतों से सरकार बनाएगी।
वहीं कांग्रेस ने रामनवमी और हनुमान जयंती पर धार्मिक आयोजन को लेकर परिपत्र जारी किया है। इस पर भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सवाल उठाया है। इस तरह के परिपत्र रमजान व अन्य आयोजनों पर क्यों जारी नहीं किए गए। विधायक की नाराजगी को लेकर नरोत्तम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरिफ मसूद (भोपाल विधायक) मेरे भाई को समझना चाहिए कि कांग्रेस मुसलमानों को सिर्फ वोटर मानती है। यही कारण है कि कांग्रेस ने देश में से अल्पसंख्यकों का नेतृत्व खत्म कर दिया। मेरा मानना है कि आरिफ मसूद को अंतर्मुखी होना चाहिए।
कालीचरण महाराज को लेकर हमलावर हुई कांग्रेस पर तंज कसा
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कालीचरण महाराज को लेकर हमलावर हुई कांग्रेस पर भी तंज कसा। कहा-गोरखपुर में जो आतंकवादी पकड़ा है, उसके बारे में कांग्रेस का कोई ट्वीट सुना क्या? दिग्विजय सिंह का, उनके दोस्त जाकिर नाइकजी का? जाकिर नाइक का जो पट्ठा गोरखपुर मंदिर में पकड़ाया, उसके बारे में कांग्रेसी नहीं बोलेंगे। लेकिन कालीचरण महाराज पर जरूर बोलेंगे।
जिनके घर शीशे के वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि रोजा इफ्तार के टाइम में अगर कांग्रेस पत्र जारी करे कि रामनवमीं मनाओ। …और कितने अच्छे दिन चाहिए? महंगाई को लेकर कहा कि कांग्रेस ने कर्ज माफी के भी फॉर्म भरवाए थे। कांग्रेस ने कहा था कि घर बैठे बेरोजगारों को 4 हजार रु. रोजगार भत्ता देंगे। 15 महीने उनकी सरकार रही। 4 हजार में से 15 महीने किसी को भत्ता मिला क्या? किसी को भी मिला हो तो उसे ले आओ। कांग्रेस को बोलने का अधिकार नहीं है। जिनके घर शीशे के होते हैं व दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते?
कोरोना और कमलनाथ ने तीन साल काफी बाधित किया
उन्होंने कहा कि भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो गरीब, गांव, किसानों, नौजवान, महिलाओं की सोचती है। कोरोना तो पूरे देश में था, भाजपा के अलावा जहां सरकार थी। उन्होंने बिजली के बिल माफ क्यों नहीं किए? बगल में दो प्रदेश राजस्थान व छत्तीसगढ़ भी हैं। उनके मन में ये विचार नहीं आ सकते। प्रधानमंत्री मोदी बने तो प्रधानमंत्री आवास योजना बनी, उज्ज्वला योजना आई।
शिवराज बने तो कन्यादान, संबल योजना, तीर्थ योजना, कन्यादान योजनाएं आई। ये सारी योजनाएं हमारे नेतृत्व के विचार की देन हैं। जिन्हें बाकी के प्रदेशों ने अंगीकार किया। यह बात जरूर है कि एक कोरोना और कमलनाथ ने तीन साल में कार्य को काफी बाधित किया। आज कोरोना के 6 केस हैं जबकि 13 लोग नए हैं। रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत व संक्रमण 0.01 प्रतिशत है।