Gwalior fertilizer made from food: अब मैरिज गार्डनाें में भोजन से बनेगी खाद नहीं तो लगेगा जुर्माना
Gwalior fertilizer made from food: मेरिज गार्डन से बचने वाले खाने से खाद बनाई जाएगी।
Gwalior fertilizer made from food: ग्वालियर। शहर के सभी बडे कचरा उत्पादक जिनमें मैरिज गार्डन शामिल हैं अब उन्हें अपने प्रतिष्ठान पर ही शादी विवाह समारोह में बचे हुए भोजन से जैविक खाद तैयार करनी होगी। इस खाद का उपयोग वह मैरिज गार्डनों को और अधिक सुंदर बनाने में करेंगे। जो मैरिज गार्डन और होटल संचालक इस प्रक्रिया का पालन नहीं करेगा उस पर नगर निगम द्वारा भारी जुर्माना लगाया जाएगा। यह निर्देश नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने कचरा उत्पादन करने वाले मैरिज गार्डन एवं होटल संचालकों के लिए दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कई बडे कचरा उत्पादकों द्वारा अपने यहां निस्तारण की व्यवस्था नहीं की जा रही तथा कचरा सडक पर या खाली जगह पर फैंका जा रहा हैं जो कि बर्दाश्त नहीं होगा।
निगमायुक्त किशोर कन्याल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शहर में गंदगी करने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएं इसके साथ ही 108 बल्क वेस्ट जनरेटर उत्पादकों को जगह पर ही कचरा बनाने के लिए निर्देशित करें। अभी तक होटल संचालक एवं मैरिज गार्डन संचालक कचरा सीधे खाली भूखण्डों एवं सड़क पर फैंक रहे थे जिसके कारण कई बार भयानक बदबू का सामना करना आमजनों को करना पड़ता था। निगमायुक्ता ने कहा है कि अगर वह कचरे से खाद नहीं बनाता है तो उसके खिलाफ जुमाने की कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही आइइसी की बैठक लेते हुए कहा कि आइईसी के सभी सदस्य रूट के हिसाब से 210 कचरा वाहन के साथ प्रत्येक घर पर जाएं। लोगों को चारों प्रकार के कचरे के बारें में बताएं एवं उनका पूरा पता, मोबाइल नम्बर भी लें। सभी आइईसी के सदस्य डब्ल्यूएचओं एवं कचरा वाहन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। ड्रायवर एवं हेल्पर की बैठक लेते हुए निर्देशित किया कि सर्वे का दूसरा चरण शुरू होने वाला है इसलिये सभी घरों से सूखा व गीला कचरा अलग अलग लें एवं कचरा वाहन का हमेशा ढक्कन लगाकर चलें। कचरा वाहन का अगर ढक्कन खुला पाया जाता है तो उसके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।