विधानसभा में चमकी बुखार को लेकर नीतीश कुमार ने कहा- नहीं पता चल सका है बीमारी का कारण
पटनाः बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू हो गया था. वहीं, सोमवार को सत्र के दूसरे दिन जमकर हंगामा हुआ. चमकी बुखार से सूबे में बच्चों की मौत को लेकर सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. विपक्ष लगातार हंगामा होता रहा है. वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने चमकी बुखार को लेकर विधानसभा में कहा कि यह पिछले कई सालों में कमी आई थी लेकिन इस बार बढ़ गई. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बीमारी का मुख्य कारण पता नहीं चल पाया है.
सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा कि एईएस के गंभीर बीमारी है, इसे लेकर विशेषज्ञों के साथ कई बैठकें भी की गई. लेकिन इस बीमारी को लेकर मुख्य कारण नहीं पता चल सका है. विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है. वहीं, अमेरिका के रिपोर्ट में भी साफ नहीं हो पाया है कि यह किस कारण फैलता है.सीएम ने कहा, एक कारण लीची को बताया जा रहा है. जो लीची पक जाते हैं और जमीन पर गिरे रहते हैं और जब बच्चे उसका सेवन करते हैं तो यह बीमारी फैलती है. लेकिन इस कारण की किसी ने पुष्टि नहीं की है. किसी ने इसको मुख्य कारण नहीं बताया है. ऐसे में लीची को इस बीमारी का कारण नहीं बता सकते हैं.
वहीं, सीएम ने कहा कि चमकी बुखार को तत्काल रोकने के लिए एक तरीका है वह है जागरूकता, क्योंकि पिछले सालों में जागरूकता की वजह से इस बीमारी में कमी आई थी. हालांकि इस साल कुछ ज्यादा ही प्रभावित हो गया है. जिसके लिए जागरूकता में आई कमी को माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलाए गए जिसमें गर्मी में बच्चों को भूखे नहीं रहने देना जैसी बातें बताई गई.
इसके अलावा सीएम ने स्वास्थ्य व्यव्स्था को लेकर भी चर्चाएं कि जिसमें उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए बैठकें की गई. जहां-जहां पीएसआईयू की संख्या कम थी वहां बढ़ाए गए और बढ़ाने का काम किया जा रहा है.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने भी विधानसभा में चमकी बुखार को लेकर अपनी बात रखी. लेकिन विपक्ष लगातार बच्चों की मौत को लेकर सरकार पर निशाना साधते रहे और सदन में हंगामा किया.