नोएडा करेगा 8.5 हजार करोड़ का निवेश .. ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 51 प्रोजेक्टों की कंपनियों के साथ MOU होंगे साइन, मिलेगा 50 हजार लोगों को रोजगार
बजट में प्रदेश की इकोनॉमी एक ट्रिलियन डॉलर करने पर जोर दिया गया है। इस इकोनॉमी तक पहुंचने के लिए निवेश जरूरी है। इसके लिए लखनऊ में 3 जून को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन होने जा रहा है। इसमें अकेले नोएडा 8.5 हजार करोड़ रुपए के निवेश और प्रत्यक्ष रूप से 50 हजार रोजगार का दावा सरकार के सामने पेश करेगा। इसके लिए बड़ी कंपनियों के निदेशकों और शासन के बीच एमओयू सेरेमनी में साइन होंगे।
2019 सेरेमनी में 10 हजार करोड़ का हुआ था निवेश
2019 में करीब 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश पर हस्ताक्षर हुए थे। जिसमें 40 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी। 2019 में करीब 1.35 लाख लोगों को रोजगार की बात कही गई थी। निवेश करने वाली कंपनियों को प्लाट का आवंटन किया जा चुका है।
कोरोना का दिखा असर
निवेश के नजरिए से नोएडा प्रदेश का मुकुट है। ये बात खुद औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी कर चुके हैं। 2 साल तक कोरोना का असर यहां भी दिखा। ऐसे में विगत सेरेमनी की तुलना में इस बार 1.5 हजार करोड़ रुपए के निवेश कम होगा। इसे आगे और बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
57 में से 51 प्रोजेक्ट किए गए सिलेक्ट
प्राधिकरण ने बताया, बीते कुछ माह में कई बड़ी कंपनियों को 57 प्लाट अलॉट किए गए। इन कंपनियों की ओर से 15 हजार करोड़ का निवेश की बात कही गई। इसमें से 51 प्रोजेक्टों की अंतिम सूची बनाई गई है। इससे साढ़े 8 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा।
ये कंपनियां कर रही निवेश
अडानी की ग्रीन डाटा सेंटर, माइक्रोसाफ्ट, एमएक्यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, टीसीएस, पेटीएम, सैमसंग डिस्प्ले नोएडा, मदर्सन, कैंट आरओ, हल्दीराम, यूफ्लेक्स, डिक्सन टेक्नलॉजी, फेलिक्स हेल्थकेयर, रोटो पंप, रिप्लिका, एआरजी आउटलेयर, वेबवर्क, अडोरा।