नगरीय निकाय चुनाव का बजा बिगुल ….देर रात तक सड़कों से पोस्टर-बैनर हटाए, ‘मंत्रियों’को आज से प्रोटोकॉल वाहन नहीं मिलेंगे , सुरक्षा गार्ड रहेंगे
शाम 5 बजे से प्रभावी हुई आचार संहिता, प्रशासनिक अमला हुआ अलर्ट…
नगरीय निकाय चुनाव के लिए आचार संहिता लगते ही नगर निगम ने शहर से पोस्टर व बैनर हटाने की मुहिम चालू कर दी। स्थानीय मंत्री, निगम मंडल अध्यक्ष व सांसद को सत्कार शाखा द्वारा दिए गए प्रोटोकॉल वाहन भी गुरुवार को वापस ले लिए जाएंगे। आचार संंहिता के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह द्वारा गुरुवार को पंचायत चुनाव की तरह शहर के लिए भी प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए जाएंगे। इनमें लाइसेंसी हथियार सस्पेंड करना, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट, उत्तेजित करने वाले पोस्टर, विश्राम गृह आवंटन, नुक्कड़ सभाएं, संपत्ति विरूपण, सार्वजनिक स्थानों पर आतिशबाजी का प्रदर्शन आदि शामिल हैं।
वहीं पंचायत चुनाव के लिए तीसरे दिन 88 नामांकन जमा हुए। गुरुवार को नामांकन भरने की प्रक्रिया और तेज हो जाएगी। ज्ञात रहे अभी तक ग्रामीण क्षेत्र में 40 फीसदी हथियार ही थानों में जमा हुए हैं, जबकि अंतिम तारीख 2 जून तय है। इसकी तारीख 2-3 दिन आगे बढ़ सकती है। जिले में 33 हजार लाइसेंसी हथियार हैं।
अवैध कॉलोनियों पर नहीं हो पाएगी कार्रवाई: {अगले दो महीने चुनावी काम में अफसर व्यस्त रहेंगे। इससे अवैध कॉलोनाइजरों को धंधा चमकाने चुनावी मौका मिल जाएगा। नगर निगम के मुताबिक नई सूची में 240 अवैध कॉलोनियां थीं, इनमें से 34 में कार्रवाई हो चुकी है। इसके बाद कुल 13 एफआईआर हुई हैं।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि वे बीच-बीच में अवैध कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई जारी रखेंगे। {शहर के 66 वार्ड में कुल 10 लाख 68 हजार 267 मतदाता हैं। इनमें 5 लाख 65 हजार 504 पुरुष और 5 लाख 2 हजार 674 महिला मतदाता शामिल हैं। {जिले के सभी 7 नगरीय निकायों में कुल 12 लाख 34 हजार 832 मतदाता हैं।
अमले ने की संपत्ति विरूपण की कार्रवाई
नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए आचार संहिता प्रभाव शील होने से नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में देर रात तक अभियान चलाकर चौराहों एवं सार्वजनिक क्षेत्रों से पोस्टर एवं बैनर हटाने की कार्यवाही की गई। निगमायुक्त किशोर कन्याल के निर्देश पर मदाखलत अमले ने पूरे शहर में अलग-अलग दल बनाकर संपत्ति विरूपण के तहत कार्यवाही की।
शुरू नहीं हो पाएगा एलीवेटेड रोड का काम
नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा होते ही शहर में आने वाले दिनों में शुरू होने वाले विकास कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा। पिछले एक सप्ताह में नेताओं द्वारा किए गए करोड़ों रुपए के भूमिपूजन से संबंधित कार्य भी कागजों तक ही सीमित रहेंगे, क्योंकि समय रहते इनके टेंडर से आगे की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई।
इन पर नहीं पड़ेगा असर
- फूलबाग से किलागेट रोड का काम चलता रहेगा
- प्रधानमंत्री आवास का काम
- विवेकानंद नीडम, तानसेन नगर और रेसकोर्स रोड के बीच बन रहे पुल
- 132 केवी मोतीझील सब स्टेशन से 132 केवी मुरार सब स्टेशन को जोड़ते हुए बिरला नगर सब स्टेशन तक मोनोपोल विद्युत लाइन का काम
- उरवाई गेट से फूलबाग तक हाईटेंशन शिफ्टिंग का काम
- स्मार्ट रोड का कटोरा ताल रोड वाला काम।
नहीं शुरू हो पाएंगे ये काम
- एलीवेटेड रोड- 365 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के टेंडर हो चुके हैं। गुजरात की कंपनी से 15 जून को एग्रीमेंट करने के साथ काम शुरू होना था {एबी रोड से बरा स्टेडियम तक की दो किलोमीटर लंबी रोड का काम। जयेंद्रगंज, अस्पताल रोड आदि ऐसी एक दर्जन से अधिक सड़कें जिनके टेंडर हो चुके हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाए।
एक्सपर्ट व्यू- विनोद शर्मा, पूर्व आयुक्त नगर निगम
फायदा पहुंचाने वाले काम शुरू नहीं हो पाएंगे
आचार संहिता लागू होने के बाद व्यक्ति, क्षेत्र और लोगों के समूह को फायदा पहुंचाने या प्रभावित करने वाले काम शुरू नहीं हो पाएंगे। जो कार्य पूर्व से चल रहे हैं, या मेंटेनेंस के काम पर इसका प्रभाव नहीं होता। जिन कामों का भूमिपूजन हो गया है, लेकिन शुरू नहीं हुए हैं, वे भी काम नहीं होंगे।