कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग …. ?
आतंकियों ने बैंक में घुसकर मैनेजर को गोली मारी; गृहमंत्री शाह ने तुरंत डोभाल और रॉ चीफ को बुलाया…
कश्मीर में आतंकवादियों ने एक और टारगेट किलिंग को अंजाम दे दिया है। राजस्थान के रहने वाले बैंक मैनेजर को गुरुवार को कुलगाम में बैंक में घुसकर गोली मार दी। 3 दिन पहले कुलगाम में ही एक टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इलाकाई देहाती बैंक के अधिकारियों ने कहा कि मोहनपोरा ब्रांच में विजय कुमार को आतंकवादियों ने गोली मारी। नाजुक हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। आतंकवादियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इधर, दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और रॉ प्रमुख के साथ मीटिंग की है।
KFF ने ली हत्या की जिम्मेदारी, धमकी भी दी
आतंकी संगठन कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (KFF) ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। KFF ने चिट्ठी जारी कर चेतावनी भी दी है। संगठन ने कहा, जो भी कश्मीर के डेमोग्राफिक बदलाव में शामिल होगा, उसका यही अंजाम होगा।
पत्र में आगे लिखा है, ‘जो भी बाहरी लोग इस धोखे में रह रहे हैं कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार उन्हें यहां स्थायी कर देगी, उनके लिए ये आंख खोलने वाला है। अब बाहरी लोगों को वास्तविकता समझ लेनी चाहिए कि उन्हें इसके लिए जान भी गंवानी पड़ेगी। सोचिए, कहीं देर न हो जाए और अगली बारी तुम्हारी हो।’
शाह-डोभाल के बीच हाईलेवल मीटिंग
कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के बीच हाईलेवल मीटिंग हुई है। मीटिंग में प्रधानमंत्री कार्यालय के स्टेट मिनिस्टर जितेंद्र सिंह भी शामिल रहे। शाह ने 3 जून को भी बैठक बुलाई है, जिसमें कश्मीर के उप-राज्यपाल भी मौजूद रहेंगे।
घटना के बाद पूरे इलाके को सुरक्षाबलों और पुलिस के जवानों ने घेर लिया है। तस्वीर में देखिए ग्राउंड जीरो की स्थिति…
21 दिन में 7 टारगेट किलिंग
जम्मू-कश्मीर में एक महीने में 6 टारगेट किलिंग का मामला सामने आया है। 12 मई बडगाम में राहुल भट्ट (सरकारी कर्मचारी), 13 मई को पुलवामा में रियाज अहमद ठाकोर (पुलिसकर्मी), 24 मई को सैफुल्लाह कादरी (कांस्टेबल), 25 मई को अमरीन भट्ट (टीवी आर्टिस्ट) और 31 मई को कुलगाम में रजनी बाला (टीचर) की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं आज बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद निशाने पर हिंदू
गृह मंत्रालय ने सदन में बताया कि अगस्त, 2019 से मार्च, 2022 तक, 4 कश्मीरी पंडितों और 14 /हिन्दू और गैर-कश्मीरी मजदूरों की हत्या हो चुकी है। अगस्त में केंद्र सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था।
कश्मीर में पंडितों का प्रदर्शन जारी
घाटी में 19 दिनों से कश्मीरी पंडितों का आंदोलन चल रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत नौकरी पाने वाले पंडित काम का बहिष्कार कर प्रदर्शन कर रहे हैं। ये घाटी में सबसे लंबे समय तक चलने वाला प्रदर्शन बन चुका है। रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद ये प्रदर्शन शुरू हुआ था। हालांकि, कश्मीर प्रशासन ने बुधवार को ऐलान किया था कि सभी कश्मीरी पंडितों को जिला मुख्यालय में पोस्टिंग दी जाएगी।