ग्वालियर.  ग्वालियर के प्रसिद्ध पेठा व्यापारी का बेटा वरुण बंसल इंटरस्टेट जालसाज निकला। उसने सैंकड़ों गाड़ियां किराए पर लीं और इन गाड़ियों को बेच डाला। उसने ग्वालियर, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, गुना और अन्य शहरों के प्रभावशाली लोग व छुटभैये नेताओं को यह गाड़ियां बेच डाली। जब उस पर पुलिस ने शिकंजा कसा तो गुजरात में जाकर समोसे और पेठे का ठेला लगाने लगा। अब उसे भोपाल पुलिस ने पकड़ा है। पूछताछ में पता लगा उसने ग्वालियर में ही करीब 200 गाड़ियां बेची हैं। अब गाड़ी मालिक अपनी गाड़ी और पैसे के लिए भटक रहे हैं। भोपाल पुलिस यह पता लगा रही है, उसने ग्वालियर में किन नेताओं को यह गाड़ियां बेचीं।

दरअसल ग्वालियर में पंछी पेठा नाम से प्रसिद्ध दुकान है। दुकान संचालक का बेटा वरुण पुश्तैनी धंधा छोड़कर टूर एंड ट्रेवल्स का व्यापार करने लगा। उसने भोपाल में व्यापार शुरू किया। उसने विभागों में गाड़ी किराए से लगाने का झांसा देकर करीब 200 कार मालिकों से अनुबंध किया। इनसे कार अनुबंध पर लीं और इन गाड़ियों को बेच डाला। उसने ग्वालियर और आसपास के जिलों में सक्रिय छुटभैये नेताओं को कार बेच डाली। जब उसका फर्जीवाड़ा पकड़ा गया तो गुजरात भाग गया। उसे भोपाल पुलिस ने पकड़ लिया। वह वहां समोसे और पेठे का ठेला लगा रहा था। ठग 12वीं पास है, लेकिन ठगी का मास्टरमाइंड है। उसके दो साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। अब भोपाल पुलिस उन लोगों की सूची तैयार कर रही है जिन लोगों को उसने कार बेचीं। पूछताछ में सामने आया, उसने ग्वालियर के कुछ गुंडों से पैसा उधार लेकर व्यापार शुरू किया। उस पर कर्ज भी था। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर ठगी का पूरा प्लान बनाया। टूर एंड ट्रेवल एजेंसी खोली। इसके जरिये ही ठगी का धंधा शुरू कर डाला। गाड़ी मालिकों से अनुबंध किया, उनकी गाड़ियां किराए पर ली और इन गाड़ियों को बेच डाला। पुलिस से बचने के लिए वह गुजरात भाग गया। उसे पुलिस ने भी तब पकड़ पाया जब पुलिस उसके पास ग्राहक बनकर पहुंची और खुद को ग्वालियर का बताया। उसे शक हुआ तो उसने भागने की कोशिश की थी लेकिन वह पकड़ा गया था।