846 मतदान केन्द्रों पर 2 हजार जवानों की निगरानी में डाले जाएंगे वोट
155 गाडिय़ां, सेक्टर मोबाइल, आम्र्ड फोर्स होगा तैनात
ग्वालियर। पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग में कुछ घंटे का वक्त बचा है। चुनावी में उतरे उम्मीदवार बाजी मारने के लिए सारे जतन कर रहे हैं। उधर पुलिस ने भी चुनाव को शांति से निपटाने की तैयारी की है। पंचायत चुनाव के लिए 846 मतदान केन्द्रों पर वोटिंग होना है। मतदान के दौरान कोई हरकत नहीं हो। इसलिए 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी चुनाव डयूटी में लगाए गए हैं। फोर्स मतपेटियों के साथ पोलिंग बूथ पर रवाना होगा।
पंचायत चुनाव में कड़ी सुरक्षा की जरूरत बताकर पुलिस अफसरों ने पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स मांगा था। लेकिन पीएचक्यू ने डिमांड नहीं मानी। इसलिए जिला पुलिस पर चुनाव को शांति से निपटाने की जिम्मेदारी है। मतदान केन्द्रों को पुलिस शुक्रवार शाम से अपनी निगरानी में लेगी।
वोटिंग के दौरान हरकत नहीं हो पेट्रोलिंग टीम लगातार गश्त करेंगी। इसके लिए 155 से ज्यादा वाहन लगाए गए हैं। अभी तक पुलिस को जो इनपुट मिला है उसके हिसाब से पंचायत चुनाव में हरकत की उम्मीद नहीं है। लेकिन संवदेनशील मतदान केन्द्रों को लेकर सुरक्षा कसी गई है। यहां आम्र्ड फोर्स तैनात रहेगा। सेक्टर मोबाइल की टीम इन मतदान केन्द्रों पर सतत नजर रखेंगी।
बार्डर के गांव पर निगरानी की चुनौती
पुलिस अधिकारियों का कहना है कई गांव पड़ोसी जिलों क बार्डर से सटे हैं। इनमें बाहर से आने जाने वालों की निगरानी अहम टॉस्क है। क्योंकि मोहना से घाटीगांव, भितरवार, बेहट सहित तमाम इलाके की हद पड़ोसी जिलों से सटी है। मेन रोड के अलावा इन इलाकों में आने के तमाम रास्ते हैं। गांव में किन बाहरी लोगों की आवाजाही है। पता लगाने के लिए मुखबिर नेटवर्क को कसा गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कई गांव पड़ोसी जिलों क बार्डर से सटे हैं। इनमें बाहर से आने जाने वालों की निगरानी अहम टॉस्क है। क्योंकि मोहना से घाटीगांव, भितरवार, बेहट सहित तमाम इलाके की हद पड़ोसी जिलों से सटी है। मेन रोड के अलावा इन इलाकों में आने के तमाम रास्ते हैं। गांव में किन बाहरी लोगों की आवाजाही है। पता लगाने के लिए मुखबिर नेटवर्क को कसा गया है।
गुंडों को अल्टीमेटम, जिला छोड़ो या जेल आओ
पंचायत के बाद नगरीय निकाय चुनाव भी होना है। दोनों में शांति के लिए गुंडे बदमाश पुलिस के रडार पर हैं। शहर और देहात में थाना स्तर पर इलाके के गुंडे बदमाशों को दोनों चुनाव निपटने तक इलाके से बाहर रहने का अल्टीमेटम पुलिस ने दे दिया है।
पंचायत के बाद नगरीय निकाय चुनाव भी होना है। दोनों में शांति के लिए गुंडे बदमाश पुलिस के रडार पर हैं। शहर और देहात में थाना स्तर पर इलाके के गुंडे बदमाशों को दोनों चुनाव निपटने तक इलाके से बाहर रहने का अल्टीमेटम पुलिस ने दे दिया है।
जो अपराधी सक्रिय है उन्हें राउंडअप कर जेल भेजा जा रहा है। जो लापता हैं उनके परिजन को समझा दिया है चुनाव तक अपराधी दिखना नहीं चाहिए। या तो इलाका छोड जाए या जेल जाए।