CM शिवराज के गृह जिले में कांग्रेस की सेंधमारी …?
रीवा में विधानसभा अध्यक्ष के बेटे की हार, भाजपा-कांग्रेस में छिड़ा ट्वीट वॉर…
MP में पंचायत चुनाव के नतीजों की अधिकृत घोषणा भले ही आना शेष हो, लेकिन शुरुआती रुझानों के आधार पर कांग्रेस में खुशी का माहौल है। कांग्रेस के समर्थक उम्मीदवारों ने ग्राम पंचायत स्तर तक अपनी जीत दर्ज की है। खास बात यह है कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में बीजेपी पिछड़ी हुई है। यहां 5 जिला पंचायत सदस्य सीट हैं। इनमें से तीन पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत तय मानी जा रही है। वार्ड क्रमांक-1 एक से शशांक सक्सेना, वार्ड क्रमांक- 2 से कांग्रेस नेता राजू राजपूत और वार्ड क्रमांक- 3 से अनस जीत की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं दो जिला पंचायत में मतगणना जारी है।
देवास में जिला पंचायत में कांग्रेस आगे
बागली से भाजपा विधायक पहाड़ सिंह कनौजे के भतीजे कैलाश कनौजे बागली विकासखंड की ग्राम पंचायत पटाड़ीपाला से सरंपच पद का चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। कांग्रेस समर्थक उम्मीदवार जीतेन्द्र सोलंकी जीत गए। वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ट्वीट किया है कि भाजपा के झूठ को नहीं मिलेगा मंच, आज चुनकर आएंगे कांग्रेस के सरपंच! इसके साथ उन्होंने लिखा कि देवास में जिला पंचायत के रुझानों से साफ संकेत है कि प्रदेश में भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। जिला पंचायत सहित कन्नौद, खातेगांव, बागली जनपद पर भी कांग्रेस का हाथ मजबूत हो रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे हारे!
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम जिला पंचायत का चुनाव हार गए हैं। उनके चचेरे भाई पद्मेश गौतम ने ही उन्हें इस चुनाव में हराया। दोनों रीवा जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 27 से चुनाव लड़ रहे थे। पद्मेश कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
इस नतीजे को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट कर लिखा- comrade गौतम जी , माननीय स्पीकर एमपी विधान सभा कभी भाजपा विचार धारा के थे ही नहीं। मात्र पार्टी के मेम्बर है। एमपी में शिवराज जी और भाजपा के विरुद्ध लहर है। 2023 की गिनती शुरू हो चुकी है मेरे मत में।
कांग्रेस नेता तन्खा की प्रतिक्रिया पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता हितेष बाजपेयी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा- सर जी, ग्रामीण निकाय चुनाव पार्टी सिंबल पर होते ही नहीं हैं फिर इसे पार्टी मैंडेट मानने की जल्दीबाजी क्यों ?
भाजपा विधायक की पत्नी पीछे
जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 24 से प्रत्याशी भाजपा के मनगवां विधायक पंचू लाल प्रजापति की पत्नी पन्ना बाई पीछे हैं। इसके अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष संतोष सिंह सिसोदिया मऊगंज जनपद के वार्ड 8 से पीछे हैं।
बालाघाट में मंत्री के क्षेत्र में बीजेपी को झटका
बालाघाट में मंत्री रामकिशोर कावरे के क्षेत्र में बीजेपी को झटका लगा। यहां परसवाड़ा के जिला पंचायत वार्ड 26 तामेश्वर पटेल और वार्ड 27 से दलसीह पंद्रे विजय रहे। दोनों ही कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी हैं। बैहर के एक वार्ड से कांग्रेस समर्थित मंसाराम मडावी जीते हैं, जबकि दूसरी सीट पर गोंडवाना के मनोज सैयाम जीते। वारासिवनी से एक वार्ड से लोम हर्ष बिसेन जीते हैं। खैरलांजी में टेंभारे निर्दलीय विजयी हुए।
धार से भाजपा और सिंधिया समर्थक दिनेश गिरवाल हारे हैं।
पूर्व मंत्री कुसुम महदेले के परिवार के 2 सदस्य हारे
पन्ना में बीजेपी की सीनियर लीडर और पूर्व मंति्री कुसुम महदेले के परिवार के 2 प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए। उनके भतीजे पार्थ महदेले वार्ड नं 3 से और परिवार की बहु रीना मंटी महदेले वार्ड नंबर 4 से चुनाव लड़ी थीं। ये दोनों ही प्रत्याशी हो गए।
सतना – सतना में कांग्रेस के प्रवक्ता रितेश त्रिपाठी ज़िला पंचायत सदस्य वार्ड 26 से जीते।
कांग्रेस नेता के परिवार के तीनों सदस्य हारे
छतरपुर जिले में कांग्रेस नेता पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित पटैरिया वार्ड क्रमांक-15 से, इनकी माँ राजेंद्र कुमारी मलपुरा से सरपंच का चुनाव लड़ रहीं थी। अमित की पत्नी अनामिका पटैरिया वार्ड-12 से जनपद जनपद सदस्य का चुनाव लड़ रही थीं। तीनों लोग हार गए।
मंदसौर – यहां बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर के पुत्र हितेश गुर्जर जनपद पंचायत के वार्ड क्रमांक 6 से चुनाव हार गए हैं। इन्ही के भतीजे की पत्नी सरपंच का चुनाव हारी।
कमलनाथ ने की प्रत्याशियों की सुरक्षा की मांग
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है। उन्होंने लिखा कि पंचायत चुनाव के पहले चरण के रुझान कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में आए हैं। सौदे की सरकार बनाने वाली सत्ताधारी पार्टी जीत रहे प्रत्याशियों की खरीद-फरोख्त और अनावश्यक दबाव बनाने की ओर बढ़ रही है। साथ ही, कमलनाथ ने राज्य निर्वाचन आयोग से अपील की है कि सभी प्रत्याशियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।