गुरु पूर्णिमा मेला:गोवर्धन में 8 से 15 जुलाई तक उमड़ेगा आस्था का सैलाब, जानिए दिल्ली-आगरा-भरतपुर से कैसे पहुंचे
मथुरा के गोवर्धन में गुरु पूर्णिमा मेले पर आस्था का सैलाब उमड़ेगा। प्रशासन के अनुसार, मेला 8 जुलाई से 15 जुलाई तक चलेगा। गोवर्धन में श्रद्धा का सैलाब 10 जुलाई एकादशी से उमड़ना शुरू होगा। गुरु (मुड़िया) पूर्णिमा मेला में एक करोड़ लोग गोवर्धन की 21 किलोमीटर की परिक्रमा करेंगे। गोवर्धन में परिक्रमा करने के लिए कैसे पहुंचें, क्या रहेंगे इंतजाम यह जानने के लिए पढ़िए दैनिक भास्कर की यह खास रिपोर्ट…
21 किलोमीटर की दी जाएगी परिक्रमा
मथुरा का गोवर्धन सनातन धर्म में आस्था का बड़ा केंद्र है। गोवर्धन में स्थित गिर्राज पर्वत को कलयुग का देवता कहा जाता है। द्वापर युग में स्वयं भगवान कृष्ण ने गोवर्धन की पूजा की थी। यही वजह है कि 7 कोस यानी 21 किलोमीटर में फैले गिर्राज जी की भक्त आस्था के साथ परिक्रमा करते हैं।
गुरु पूर्णिमा पर उमड़ता है आस्था का सैलाब
गोवर्धन में एकादशी से लेकर पूर्णिमा तक भक्त गोवर्धन में परिक्रमा लगाने के लिए आते हैं। गुरु पूर्णिमा पर्व पर गोवर्धन की परिक्रमा देने वालों की संख्या लाखों में नहीं करोड़ में पहुंच जाती है। मथुरा से लेकर गोवर्धन तक और पूरे 21 किलोमीटर परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आते हैं।
कोरोना के कारण 2 साल नहीं लगा था गोवर्धन में गुरु पूर्णिमा का मेला
गोवर्धन में गुरु (मुड़िया) पूर्णिमा मेला करीब 450 वर्षों से लगता चला आ रहा है। कोरोना के कारण वर्ष 2020 और 2021 में गोवर्धन में गुरु पूर्णिमा मेला नहीं लगा था। इस बार कोरोना गाइड लाइन में ढील मिली, तो इस बार यह मेला एक बार फिर लगने जा रहा है। दो साल बाद लगने जा रहे इस मेले में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी की हैं। प्रशासन द्वारा कंट्रोल रुम की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। श्रद्धालुओं द्वारा किसी भी प्रकार की सहायता के लिए कंट्रोल रूम के नंबर 0565-2972016, 0565-2972015, 0565-2972013, 9454457987 पर संपर्क किया जा सकता है।
गुरु पूर्णिमा पर अगर आप आ रहे हैं तो कैसे पहुंचें गोवर्धन
गुरु पूर्णिमा मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। बड़ी संख्या मध्य प्रदेश, राजस्थान, बुंदेलखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के श्रद्धालु यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं। दिल्ली की तरफ से आने वाले लोग बस या ट्रेन के जरिए मथुरा और फिर यहां से गोवर्धन आ सकते हैं।
आगरा, ग्वालियर, झांसी, कानपुर की तरफ से आ रहे हैं, तो मथुरा से आपको बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से ही रोडवेज बस गोवर्धन के लिए मिलेंगी।
भरतपुर से आने वाले श्रद्धालुओं को जाजमपट्टी मगोर्रा पहुंचना होगा। यहां से सौंख होते हुए गोवर्धन पहुंच सकते हैं। इसी तरह अलवर की तरफ से आने वाले लोगों को डीग होकर गोवर्धन पहुंचना होगा। इसके अलावा अलवर से मथुरा आने वाली ट्रेन के जरिए भी गोवर्धन पहुंच सकते हैं।