सेंटिनियल स्कूल प्रकरण में लखनऊ BSA सस्पेंड …?
नियम विरुद्ध तरीके से निजी स्कूल को मान्यता देने में पाएं गए दोषी, जांच टीम गठित…
लखनऊ में सेंटिनियल स्कूल प्रकरण में शासन ने लखनऊ BSA को प्राइमा फेसी दोषी पाया है। गुरुवार को विभाग के प्रमुख सचिव ने बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह के निलंबन का आदेश जारी कर, जांच अधिकारी की नियुक्ति कर दी।
यह था पूरा प्रकरण –
दरअसल लखनऊ के कैसरबाग इलाके में सेंटिनियल हायर सेकेंडरी स्कूल में माफिया ने कब्जा कर लिया। गर्मी की छुट्टी के बाद पहली जुलाई को जब स्टूडेंट्स स्कूल पहुंचे तो टीचर्स समेत उन्हें एंट्री नही दी गई।
सेंटिनियल हायर सेकेंडरी स्कूल के परिसर में कब्जा करके मेथोडिस्ट चर्च नाम का दूसरा स्कूल खोल दिया दिया। पहले मामलें में लीपापोती करते हुए 6 जुलाई तक स्कूल की छुट्टियां बढ़ाने के आदेश जारी किया। पर जब उसके बाद भी स्टूडेंट्स और टीचर्स को परिसर में एंट्री नही मिली तो स्कूल गेट के बाहर ही टीचर्स ने बच्चों की क्लास लगाई। इस बीच माध्यमिक शिक्षक संघ भी धरना और प्रदर्शन पर उतारु हो गया।
डीएम के जाने के बाद मिल पाया था सरकारी स्कूल को अपने परिसर में कब्जा
बवाल बढ़ता देख, जिला प्रशासन हरकत में आया। अगले दिन खुद डीएम सूर्यपाल गंगवार मौके पर पहुंचे। उनके जाने के बाद ही क्लासरूम में स्टूडेंट्स की क्लास लग पाई। इस बीच मामले में शिक्षा विभाग के स्टॉफ की मिलीभगत के भी साफ प्रमाण मिले।
प्रमुख सचिव ने जारी किया आदेश
डीएम ने तत्काल मौके पर 12 लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज करने के साथ ही गैंगेस्टर की कार्रवाई के भी निर्देश दिए। इस बीच शासन को भी पूरा मामलें की रिपोर्ट सौंपी।शासन ने गुरुवार को उस रिपोर्ट और शुरुआती जांच के आधार पर निजी स्कूल को मान्यता देने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी को दोषी पाया। और फिर उनके खिलाफ एक्शन लेते हुए प्रमुख सचिव ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया।