एक्शन मोड में नगर निगम …? वायु प्रदूषण फैला रही नौलखा की 10 दाल मिलें बंद हाेंगी, फैसले का विराेध भी शुरू
- दाल मिल ऑनर्स एसोसिएशन के सचिव मुकेश असावा कहते हैं कि पीसीबी उद्योगों को चार श्रेणियों में रखता
- निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि रहवासियों द्वारा भी शिकायतें की जा रही थीं
नौलखा क्षेत्र में संचालित 10 दाल मिलों को नगर निगम बंद कराएगा। निगम ने यह फैसला राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश के बाद लिया है। पीसीबी ने इन मिलों को हटाने के निर्देश प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम 1981 के प्रावधानों के तहत जारी किए। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि रहवासियों द्वारा भी शिकायतें की जा रही थीं।
इन मिलाें पर डलेंगे ताले
नवजीवन, रामस्वरूप शिवनारायण गाेयल, शिवनारायण कन्हैयालाल, घनश्याम उद्योग, घनश्याम पल्सेस, मनोज, ओमप्रकाश एंड ब्रदर्स, पवन, नटराज कॉर्पोरेशन, महालक्ष्मी दाल मिल।
फैसले का विराेध भी शुरू
दाल मिल ऑनर्स एसोसिएशन के सचिव मुकेश असावा कहते हैं कि पीसीबी उद्योगों को चार श्रेणियों में रखता है। रेड, ऑरेंज, व्हाइट व ग्रीन। दाल मिलें ग्रीन श्रेणी में हैं। यानी इनसे प्रदूषण नहीं होता है। हमारे व्यवसाय से किसी तरह का केमिकल या प्रदूषित पानी नहीं निकलता है। जहां मिलें हैं वह कमर्शियल इलाका है। हम सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि कोई क्लस्टर बना दिया जाए तो हम हफ्तेभर में काम शुरू कर वहां शिफ्ट हो जाएंगे। इसके अलावा कैलोद करताल में नई मंडी बनाई जा रही है, हमें वहां जगह दे दी जाए।