नेता प्रतिपक्ष बोले- मुझे अपमानित करते हैं अधिकारी …?
सरकार के इशारे पर बेइज्जत करते हैं कलेक्टर, एसपी, बीजेपी ने भी दिया जवाब …?
मप्र के नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविन्द सिंह ब्यूरोक्रेसी से परेशान हैं। नगरीय निकाय चुनाव में अफसरों पर सरकार के इशारे पर काम करने और विपक्ष के नेताओं को बेइज्जत करने के आरोप लगाने के बाद एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष ने अपनी तकलीफ बयां की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा सरकार द्वारा दिए गए कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त नेता प्रतिपक्ष को अधिकारीगण अपमानित करते हैं। कलेक्टर, एसपी हमारे विधायकों के फोन तक नहीं उठाते।
धार कलेक्टर और एसपी के व्यवहार पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविन्द सिंह ने कहा मैं कारम बांध पर गया था वहां कलेक्टर एसपी कुर्सी पर बैठे थे मेरे बुलाने पर भी नहीं आए। क्या कैबिनेट मंत्री का दर्जा सरकार ने दिया है उस नेता प्रतिपक्ष कऐसे अपमानित कराएंगे। हमारे विधायकों का फोन नहीं उठाते। जब जनसमस्याओं को लेकर मिलने जाते हैं तो मिलने का समय नहीं देते कई बार अपमानित करते हैं। मुरैना के एसपी आशुतोष बागरी मुझसे अभद्रता करते हैं। सरकार की शह पर नौकरशाह हमारा अपमान कर रहे हैं। लेकिन जनता की आवाज को उठाने के लिए हम अपमान भी सहते रहेंगे।
बीजेपी का जवाब- कांग्रेस नेताओं की भाषा ठीक नहीं
डॉ.गोविन्द सिंह के आरोपों पर बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का अधिकारियों से बात करने का तरीका कैसा है ये जिस स्टाइल और जिस ढंग से बात करते हैं। उन्हें इस पर भी विचार करना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट का दर्जा प्राप्त है ऐसा नहीं होता कि नेता प्रतिपक्ष की बात न सुनी जाए। कमलनाथ और गोविन्द सिंह जिस तरह से बयानबाजी कर रहें वो बयानबाजी संवैधानिक रूप से उचित नही हैं।
डैम का निरीक्षण करने गई थी कांग्रेस की जांच समिति
धार जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम में गुरुवार को लीकेज के बाद पानी का रिसाव शुरू हुआ था। बांध की एक तरफ की मिट्टी बह गई थी। बाद में डैम की दीवार का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था। इस डैम को तीन दिनों तक चली मशक्कत के बाद पानी निकालकर खतरे को टाला गया है। कांग्रेस का जांच दल नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में कारम डैम पहुंचा था। जहां से निरीक्षण के बाद लौटे नेता प्रतिपक्ष ने अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।