अधिकारी नहीं अब पब्लिक तय करेगी थानेदारी ..?
रैंक में पीछे रहने वाले थानेदारों की होगी छुट्टी, पब्लिक अप्रूवल सिस्टम के तहत मिलेगी थानेदारी …
गोरखपुर जोन के ADG अखिल कुमार की ओर से शुरू कराया गया पब्लिक अप्रूवल सिस्टम अब एक्शन मोड पर आ गया है। वैसे तो जोन के 11 जिलों के थानों की पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार भी देखने को मिल रहा है, लेकिन कई थानों की रैंक बार-बार पीछे रह रही है।
इसमे सुधार लाने के लिए ADG ने अब नया निर्देश जारी कर सभी जिलों के थानों का मानक तय कर दिया है। बार-बार चेतावनी के बाद भी मानक से नीचे आने वाले थाने के थानेदारों पर कार्रवाई यानी हटाने का निर्देश दिया है।
5 पिलर्स पर लिया जा रहा फीडबैक
ADG की ओर से 5 पिलर्स IGRS, सोशल मीडिया, अदर डिजिटल प्लेटफार्म, FIR, NCR और पासपोर्ट कैरेक्टर वेरिफिकेशन पर पब्लिक का फीडबैक लिया जा रहा है। इन कामों में पुलिस की कार्यप्रणाली कैसी है, ये पब्लिक को वोट देकर बताना है।
कुछ थानेदार कर रहे लापरवाही
थानावार जो रैकिंग जारी की जा रही है, उसमे कुछ थाने हमेशा टॉप 5 में अपनी पोजिशन बनाए हुए हैं। जबकि कुछ थाने सबसे नीचे की रैंक बाटम 5 यानी 23 से 28 तक रैंक पाने वाला थाना बनकर रह गए हैं। इनके रैंक में कोई सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे थानों को अब आखिरी मौका देते हुए नया रूल बनाया गया है।
ये है नया नियम
- A- जिन थानों की रैकिंग टॉप 5 में हो उनके थाना प्रभारी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
- B- जिन थानों की रैकिंग बाटम 5 में हो उनके थाना प्रभारी को रेटिंग्स बढ़ाने के लिए एडवाइजरी जारी की जाएगी।
- C- भविष्य में प्रत्येक माह के मूल्यांकन में यदि किसी थाना प्रभारी ओवर ऑल रैकिंग में लगातार दूसरे माह भी बाटम 5 में आएगा तो ऐसे थाना प्रभारी को चेतावनी दी जाएगी।
- D- यदि चेतावनी के बाद भी किसी थाना प्रभारी की जनपदीय ओरवऑल रैकिंग लगातार तीसरे महीने भी बाटम में आए तो ऐसे सभी थाना प्रभारियों को हटाया जाएगा।
ये होगा जिलों का मानक
जिला | थानों की पब्लिक अप्रुवल रेटिंग मानक |
गोरखपुर | 50% |
देवरिया | 72% |
कुशीनगर | 74% |
महाराजगंज | 74% |
बस्ती | 57% |
संतकबीरनगर | 80% |
सिद्धार्थनगर | 61% |
गोण्डा | 57% |
बलरामपुर | 72% |
बहराइच | 56% |
श्रावस्ती | 70% |
सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई तय
ADG अखिल कुमार ने बताया, ‘‘पब्लिक अप्रुवल सिस्टम से काफी सुधार देखने को मिल रहा है। जो थाने सुधार नहीं ला रहे हैं, उनके लिए नया नियम बनाया है। अब सभी थाना प्रभारियों को अपने मानक से कम रैंक नहीं लाना है। तीन बार रैंक कम आई तो प्रभारी पर कार्रवाई तय है।