भोपाल में सड़कों को लेकर ननि-पीडब्ल्यूडी आमने-सामने … ?
PWD की 27 सड़कें छलनी हुई, 18 के लिए निगम को माना जिम्मेदार; रिन्युवल के लिए लिखा लैटर …
दो दिन हुई रिकॉर्ड बारिश ने राजधानी की सड़कें छलनी कर दी। करीब डेढ़ हजार किलोमीटर सड़कों पर एक से दो फीट तक गहरे गड्ढे गए। पीडब्ल्यूडी की 27 सड़कें भी छलनी हुईं। इनमें से 18 सड़कों के खस्ताहाल होने के लिए पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को जिम्मेदार माना है। बकायदा, निगम को रिन्युवल के लिए लैटर भी लिखा है। निगम ने इन सड़कों को पानी और सीवेज लाइन बिछाने के लिए खोदा था। पहले से जर्जर सड़कें बारिश में गड्ढों में गायब हो गई है।
बारिश से ऐसी कोई सड़क नहीं बची, जो न उखड़ी हो। चाहे होशंगाबाद रोड हो या कोलार, हमीदिया रोड, बावड़ियाकलां। अब इन गड्ढों में नगर निगम ने गिट्टी और मिट्टी बिछा दी। इसके बाद अब सड़कों पर धूल के गुबार उड़ रहे हैं।
कोलार, हमीदिया रोड भी जर्जर
कोलार रोड पीडब्ल्यूडी की है। गोल जोड़ से बैरागढ़ चिचली तक 11 किलोमीटर सड़क कई जगह पर जर्जर हो चुकी हैं। ललितानगर, मंदाकिनी चौराहा, नयापुरा, कोलार थाना, डी-मार्ट एरिया आदि जगह तो बड़े गड्ढे हो चुके हैं। हालांकि, इन पर नगर निगम ने मिट्टी और गिट्टी डलवाई है, लेकिन गड्ढों के साथ अब धूल की समस्या भी खड़ी हो गई है। हमीदिया रोड की साढ़े 3 किलोमीटर सड़क भी उखड़ चुकी है। इसके अलावा भी अन्य सड़कों की यही हालत है।
निगम रिन्युवल कराए, लिखा पत्र
कोलार रोड और हमीदिया रोड को लेकर पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को लैटर लिखा है। सड़कों की स्थिति बिगड़ने के लिए निगम को ही जिम्मेदार माना गया है। दोनों जगह पर सीवेज और पानी की लाइन बिछाने के लिए दो साल से खुदाई की गई। इस कारण सड़कें पहले से जर्जर थीं, लेकिन बारिश में उनकी तस्वीर और भी बिगड़ गई।
कोलार रोड बारिश की वजह से पूरी तरह से उखड़ गया है। इसके सुधार के लिए पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को लैटर लिखा है।
इन सड़कों के हाल भी बुरे
जिम्मेदारों की मानें तो पिछले सप्ताह हुई बारिश से 500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़कें जर्जर हुई हैं। इनमें कोलार, होशंगाबाद रोड, बावड़ियाकलां, हमीदिया रोड, करोंद, अयोध्या बायपास, रायसेन रोड, इंद्रपुरी, आनंद नगर, भेल, सुभाषनगर, छोला, अशोका गार्डन आदि इलाके शामिल हैं। करीब एक हजार किलोमीटर सड़कें पहले से जर्जर है। इस कारण नगर निगम और पीडब्ल्यूडी इनके सुधार के लिए स्टीमेट तैयार कर रहा है।
- होशंगाबाद रोड पर वीर सावरकर ब्रिज के पास सड़का का बड़ा हिस्सा उखड़ गया है। बीयू तक कई जगह पर गड्ढे हैं तो मिसरोद के पास भी तस्वीर ठीक नहीं है।
- बावड़ियाकलां: गड्ढों में भरी मिट्टी
- बावड़ियाकलां, ईश्वर नगर, आकृति सिटी समेत आसपास के कई इलाकों में सड़क जर्जर है। गड्ढों में नगर निगम मिट्टी बिछवा रहा है। गाड़ियों के पहियों से मिट्टी धूल बनकर उड़ रही है।
- रायसेन रोड पर इंद्रपुरी, आनंदनगर तक सड़क पर गड्ढे हो गए हैं। सुभाषनगर एरिये में भी सड़क उखड़ चुकी है।
- एमपी नगर में गर्वमेंट प्रेस के पास सड़क की हालत ठीक नहीं है। बारिश के पहले ही सड़क की मरम्मत कराई गई थी।
- जहांगीराबाद, जिंसी चौराहा, पुल बोगदा में भी सड़कें खस्ता हाल है।
- लिंक रोड नंबर-3 पर भी सड़क की पूरी सरफेस उखड़ गई है।
- बैरागढ़ रोड पर बीआरटीएस कॉरिडोर की सड़क उखड़ी हुई है।
- सलैया, लहारपुर, कटारा, करोंद, छोला के हाल भी ठीक नहीं है।
बावड़ियाकलां में सड़क के गड्ढों में गिट्टी और मिट्टी बिछाई गई है, जो धूल बनकर राहगीरों की परेशानी की वजह बन गई है।
सड़कों की वजह से बंद हो चुका CPA
राजधानी में नगर निगम की 3879 किमी, पीडब्ल्यूडी की 531 किमी, बीडीए की 150 किमी और CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) की 132 किमी सड़कें हैं। सीपीए इसी साल 31 मार्च को बंद हो चुका है और इसकी सड़कें पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है। सीपीए के बंद होने की वजह भी खराब सड़कें हैं। पिछले साल सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते समय CM शिवराज सिंह चौहान ने इसे बंद करने के निर्देश दे दिए थे। करीब छह महीने की लंबी प्रोसेस के बाद सीपीए हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
होशंगाबाद रोड की हालत भी खस्ता है। कई जगह से सड़क उखड़ गई है।
निगम को लैटर लिखा
– भारी बारिश की वजह से पीडब्ल्यूडी की 27 सड़कें जर्जर हुई है। इनमें से 18 सड़कें नगर निगम की वजह से खराब हुई। सीवेज और पानी की लाइन बिछाने के लिए निगम ने खुदाई की। लैटर लिखकर कहा गया है कि सड़कों का सुधार कार्य करवाए। इसके बाद पीडब्ल्यूडी डामरीकरण कराएगा।
संजय मस्के, चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी