महंत के शयन कक्ष से सटा था लग्जरी वॉशरूम …!
400 वर्ग फीट में बने वॉशरूम में थी सभी भौतिक सुख सुविधाएं, विदेशी शॉवर भी लगे मिले …
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे बाघंबरी गद्दी मठ के पीठाधीश्वर महंत नरेंद्र गिरि की मौत के एक साल बाद सीबीआई ने बंद कमरे का ताला खोला तो इसमे कमरे में 3 करोड़ रुपये कैश, जेवर आदि मिले, इसके साथ ही कमरे से सटा 400 वर्ग फीट क्षेत्रफल में बने वॉशरूम में सभी आधुनिक सुख-सुविधाओं के साथ विदेशी शॉवर लगे मिले।
5 लाख की मसाज चेयर भी मिली
महंत नरेंद्र गिरी के शयन कक्ष की सीबीआई और पुलिस ने टीम ने बारीकी से पड़ताल की। इस दौरान कई ऐसे सामान मिले जो सीबीआई और पुलिस टीम के लिए हैरान करने वाले थे। कमरे के अंदर एक इलेक्ट्रानिक मसाज चेयर मिली, जिसकी कीमत 5 लाख के आसपास बतायी जा रही है। यह पूरी तरह से आटोमेटिक थी।
दो राइफल और 13 कारतूस भी मिले थे, लाइसेंस की जांच शुरू
महंत की मौत कैसे हुई थी, अभी तक इसकी असलियत सामने नहीं आई है। CBI इसकी जांच कर रही है। 15 सितंबर को CBI की टीम जांच के लिए प्रयागराज के अल्लापुर के मठ बाघंबरी गद्दी पहुंची थी। जिस कमरे में महंत की लाश मिली थी, CBI ने उस कमरे का ताला खुलवाया और जांच की थी। महंत के कमरे से 2 लाइसेंसी राइफल और 13 कारतूस भी मिले थे। फिलहाल यह नहीं पता चल सका है कि यह राइफल किसके शस्त्र लाइसेंस पर ली गई थी। राइफल मिलने के बाद पुलिस की ओर से जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। सीओ राजेश कुमार यादव ने बताया कि पता किया जा रहा है कि मठ में किस-किस के नाम शस्त्र लाइसेंस थे। इसके बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर यह राइफल किसकी है। वहीं इसी कमरे से 3 करोड़ रुपए कैश और 50 किलोग्राम सोना, हनुमान जी का सोने का मुकुट, कड़ा-बाजूबंद मिला है। ये सब एक लोहे की अलमारी में बंद थे। इसके अलावा करोड़ों की संपत्ति के रजिस्ट्री पेपर और 9 क्विंटल देशी घी भी मिला था।
“3 करोड़ जो मिले हैं, वो दान के हैं”
CO कर्नलगंज राजेश ने दैनिक भास्कर को बताया, “महंत के कमरे से 3 करोड़ रुपए जो कैश में मिले हैं, वो दान के हैं। क्योंकि इसमें 80 प्रतिशत 500 की पुराने नोट हैं, वह भी सीरियल से नहीं हैं। पुराने नोट भी हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कैश दान में मिले चढ़ावा के हैं। 2 लाइसेंसी राइफल मिली हैं।”अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे बाघंबरी गद्दी मठ के पीठाधीश्वर महंत नरेंद्र गिरि की मौत के पीछे उनके शयन कक्ष में मिले नोटों से भरे बैग तो नहीं, इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। तीन करोड़ रुपये की गड्डियों से भरे दो बैग उस पलंग में बने दराज में पाए गए हैं, जिस पर महंत सोते थे। ये वो कक्ष है जिसे महंत की मौत के चार दिन दिन बाद सीबीआई ने पांच लोगों की मौजूदगी में सील किया था। ऐसे में चार दिन तक महंत के करीबियों की निगरानी में रहे उस कक्ष में कितने रुपये थे, यह गहरी जांच का विषय है।
20 सितंबर 2021 को कमरे में फांसी पर लटकता मिला था शव
महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर, 2021 को मठ के कमरे में फंदे से लटकता मिला था। एक सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें नरेंद्र के शिष्य रहे आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को जिम्मेदार बताया गया था। आद्या और संदीप नैनी जेल में बंद हैं, जबकि आनंद गिरि चित्रकूट जेल में बंद हैं। आनंद गिरि कई बार कोर्ट में जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर चुके हैं, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिली। उधर, UP पुलिस ने गिरि के कमरे को सील कर दिया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था। इसकी जांच CBI कर रही है। गोरतलब है कि बाघंबरी मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खुलवाने के लिए सीबीआई कोर्ट में अर्जी लगाई थी। बलवीर ने कोर्ट से अपील की थी कि मठ में पहली मंजिल के उस कमरे को खोलने की अनुमति दी जाए।