जीवाजी यूनिवर्सिटी टेबुलेशन चार्ट कांड …!
गोपनीय व परीक्षा विभाग के रिकॉर्ड सुरक्षित मिले, अब चार्ट की कॉलेज कॉपी कैसे गायब हुई, इसकी होगी जांच ..
जीवाजी यूनिवर्सिटी के गोपनीय टेबुलेशन चार्ट बाजार में आने की घटना के बाद यूनिवर्सिटी के अफसर सुबह 8 बजे से सक्रिय हो गए। कुछ अफसर पहले फूलबाग में रावण के उस पुतले को देखने के लिए भेजे गए जिसमें टेबुलेशन चार्ट लगाए जाने कि बात सामने आई थी।
कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने इसी मुद्दे पर डिप्टी रजिस्ट्रार व असिस्टेंट रजिस्ट्रारों की बैठक ली। अफसर दिन भर परीक्षा और गोपनीय विभाग के टेबुलेशन चार्ट खंगालने में लगे रहे। आखिर इस नतीजे पर पहुंचे कि परीक्षा व गोपनीय विभाग के टेबुलेशन चार्ट सुरक्षित हैं, अब चार्ट बाहर कहां से आए इस मुद्दे पर जांच आगे बढ़ेगी। अफसरों की चर्चा में यह सामने आया कि मामले को पुलिस को दे दिया जाए लेकिन इस पर एकमत नहीं हुए। उन्हांेने कहा, जेयू प्रबंधन अपने स्तर पर जांच करे और इसके बाद जरूरत के अनुसार पुलिस को सौंपा जाए।
ज्ञात हो कि मंगलवार को फूलबाग मैदान में बनाए जा रहे रावण के पुतलों में जेयू के टेबुलेशन चार्ट का उपयोग किया जा रहा है। कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने कहा कि परीक्षा व गोपनीय विभाग के टेबुलेशन चार्ट की जांच करवाई गई, चार्ट सुरक्षित मिले, इससे तय है कि चार्ट की कॉलेज कॉपी ही बाहर निकली है।
यह किसकी लापरवाही से निकली, जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। जहां पुतला तैयार किया जा रहा है, वहां एक टीम भेजी थी उन्हें क्या मिला चर्चा की जाएगी। कार्यपरिषद के सदस्य विवेक भदौरिया ने कहा, टेबुलेशन चार्ट यूनिवर्सिटी से बाहर आना गंभीर मुद्दा है, कार्यपरिषद की बैठक में इसे उठाया जाएगा। निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करेंगे।
पुतलों के साथ जल गए टेबुलेशन चार्ट के पन्ने
जेयू के अधिकारियों की एक टीम बुधवार की सुबह फूलबाग में उस जगह पहुंची थी कि जहां पर टेबुलेशन चार्ट से बने रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले रखे गए थे। यहां पर चार्ट से बने पुतलों की जब्ती जैसी कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन यहां से टेबुलेशन चार्ट के कुछ और पेज मिले या नहीं मिले इस बारे में अधिकारियों की टीम ने कुलपति को रिपोर्ट नहीं दी है। रात में पुतलों के साथ इनमें लगे टेबुलेशन चार्ट के पेज भी जल गए।