नोएडा की ‘हाइराइज इमारत’ बनी सुसाइड पॉइंट …!

इस साल 92 ने कूदकर दी जान, डिप्रेशन बनी बड़ी वजह; अधिक मामलों में सुसाइड नोट नहीं ..

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बहुमंजिला इमारतें मानसिक रूप से परेशान लोगों के लिए आत्महत्या का आसान जरिया बन रही हैं। इस साल अक्टूबर तक कुल 323 सुसाइड के मामले आ चुके हैं। जिनमें से 92 लोग बहुमंजिला इमारत से कूदकर जान दे चुके है। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इन मामलों में सुसाइड नोट नहीं मिले है। जबकि वजह सबकी डिप्रेशन ही बताई गई।

नोएडा में सुसाइड के ऐसे ही कुछ मामलों की केस स्टडी

इको विलेज-3 हाउसिंग सोसाइटी में 35 वर्षीय महिला ने किया सुसाइड
इको विलेज-3 हाउसिंग सोसाइटी में 35 वर्षीय महिला ने किया सुसाइड

केस-1

इको विलेज-3 हाउसिंग सोसाइटी में 35 वर्षीय महिला श्वेता यादव ने 16वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। महिला अपने पति और बेटी के साथ सुपरटेक इको-3 हाउसिंग सोसाइटी में टावर नंबर-19 फ्लैट नंबर-1601 में रहती थीं।

वह नॉलेज पार्क की बिनेट कॉलेज से पीएचडी कर रही थीं। उन्होंने तीन साल पहले लव मैरिज की थी। जांच से पता चला है कि आपस में दोनों के बीच पारिवारिक विवाद रहता था और आए दिन झगड़े होते थे। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

निराला स्टेट सोसाइटी में महिला ने किया था सुसाइड।
निराला स्टेट सोसाइटी में महिला ने किया था सुसाइड।

केस-2
निराला स्टेट सोसाइटी के टॉवर टी-9 फ्लैट नंबर-1103 में इंडियन डिफेंस सर्विस के सेवानिवृत्त निदेशक राजीव यादव की पत्नी प्रतिभा यादव (55) ने जान दे दी। प्रतिभा ने 11वीं मंजिल से कूदकर जान दी। प्रतिभा बेटे रोहन और पति के साथ रहती थी। नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में महिला का इलाज चल रहा था। मृतक महिला साल 2015 से डिप्रेशन की शिकार थी। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

केस-3

सेक्टर-78 स्थित महागुन मॉडर्न सोसाइटी में 11वीं कक्षा के एक छात्र ने 15वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। सुबह जब सोसाइटी के लोग वॉक पर निकले तब उन्हें घटना की जानकारी मिली। छात्र संयम (17) के कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि छात्र अपने सांवले रंग को लेकर तनाव में रहता था। हाल ही में उसके रंग पर साथियों ने टिप्पणी कर दी थी जिससे वह परेशान था।

पैरामाउंट इमोशंस सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदकर स्ट्रगलिंग मॉडल ने किया सुसाइड।
पैरामाउंट इमोशंस सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदकर स्ट्रगलिंग मॉडल ने किया सुसाइड।

केस-4

ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित पैरामाउंट इमोशंस सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदकर मुंबई की स्ट्रगलिंग मॉडल प्रिया उर्फ भावना गौतम ने जान दे दी। उसने एक दिन पहले मुंबई से आए अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ घर पर ही पार्टी की थी। इसकी जानकारी मां को हुई तो उन्होंने डांट दिया।

इसी से नाराज भावना ने अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। आस-पास के लोगों का कहना है कि भावना लंबे समय से स्ट्रगल कर रही थी, लेकिन फिल्मों और सीरियल में काम न मिलने से भी वह परेशान थी।

अपनी बेटी की डेड बाडी के पास बैठी मां।
अपनी बेटी की डेड बाडी के पास बैठी मां।

केस-5
नीट (NEET) की परीक्षा में फेल होने पर छात्रा संपदा सिंह चौहान ने 19वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि नीट में फेल होने की वजह से छात्रा डिप्रेशन में थी। इसके के चलते फ्लैट से कूदकर जान दे दी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। युवती जेपी अमन सोसायटी के टावर नंबर 4 में पिता अनुज चौहान और मां के साथ रहती थी।

मनश्चिकित्सक क्या है इन सुसाइड के विषय में इसे जाने

नोएडा की मनश्चिकित्सक डॉक्टर आशिमा रंजन ने बताया कि डिप्रेशन या अवसाद का आना एक बड़ी वजह है सुसाइड करने की। शादी शुदा महिलाओं में न्यूक्लियर फैमिली इसका कारण हो सकता है। यानी ऐसी फैमिली जहां अगर पति कुछ गलत कर भी रहा है, तो उसे समझाने-बुझाने वाला कोई नहीं होता।

अगर पति हिंसक है, तो भी महिलाएं किसी से खुलकर अपने दिल की बात नहीं कह पाती हैं। ज्यादातर मामलों में तो महिलाएं केवल बच्चों की वजह से मजबूर होकर हिंसक पति के साथ रहती हैं। इसके अलावा परिवार के साथ टाइम स्पेंड न करना, पैसे कमाने की होड़, भागदौड़ वाली जिंदगी इसके कारण है।

उन्होंने बताया कि ध्यान से परिवार के लोग यदि वॉच करते तो डिप्रेशन व्यक्ति या महिला की पहचान की जा सकती है और उसे समय पर मनश्चिकित्सक या बैठकर बातचीत के जरिए समझाया जा सकता है।

यदि दिखे की वह कही से आने यानी स्कूल, जॉब या घर में ही कही गुमसुम हो जाए। कभी भी रोने लग जाए। अलग तरीके का व्यवहार करने लगे चिड़चिड़ापन, किसी से बातचीत न करे, दोस्तों से बात करना बंद कर दे। व्यवहार में इस तरह के बदलाव होने पर उसे अकेला नहीं छोड़े।

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