गाजियाबाद में 15 दिन में लॉन्च होगी कमिश्नरेट व्यवस्था …!

पुलिस कमिश्नर बोले- 500 एप्लीकेशन रोज पढ़ लूं, ये संभव नहीं; ये काम चार अधिकारी करेंगे

गाजियाबाद के पहले पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा चार्ज संभालने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए ..

मीडिया से हुए मुखातिब
चार्ज संभालने के बाद पुलिस कमिश्नर मीडिया से मुखातिब हुए। मूल रूप से जनपद बलिया के रहने वाले 2003 बैच के आईपीएस ऑफिसर अजय कुमार मिश्रा इससे पहले यूपी के कई जिलों में एसएसपी रहे हैं। बीते चार साल में वे गृह मंत्रालय और फिर कश्मीर में पोस्टेड रहे हैं। सितंबर-2022 में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी काडर में वापस आए और अब उनको गाजियाबाद का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया है।

पुलिस कमिश्रर ने बताया कि गाजियाबाद में उनकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी।
पुलिस कमिश्रर ने बताया कि गाजियाबाद में उनकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी।

पेट्रोलिंग, सीसीटीवी कवरेज बढ़ाएंगे’
पुलिस कमिश्नर ने कहा, लोगों की अब हमसे उम्मीद बढ़ गई हैं। उनकी ये उम्मीदें गलत नहीं हैं। हम इन पर पूरा खरा उतरने का प्रयास करेंगे। पुलिस पहले से ज्यादा रेस्पांसिबल होगी। ज्यादा एक्टिव और ज्यादा पीपुल फ्रेंडली होगी। हम पूरे शहर में पुलिस पेट्रोलिंग और CCTV कवरेज बढ़ाएंगे। किसी भी पुलिस अफसर की रिस्पांसबिल्टी में कोई कमी नहीं आएगी, ये मैं आश्वस्त करता हूं।

एक हजार पुलिसकर्मी मिले
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि कमिश्नरनेट में करीब एक हजार पुलिसकर्मी बढ़ गए हैं। अभी चार नए गैजेटिड अफसर मिल रहे हैं। मैन पॉवर बढ़ने से सुपरविजन बढ़िया होगा और पूरे कमिश्नरेट में पुलिस विजिबिल्टी दिखाई देगी। साइबर क्राइम कंट्रोल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम अवेयरनेस बढ़ाएंगे।

जनसुनवाई के लिए अधिकारियों की संख्या बढ़ेगी
पुलिस कमिश्नर ने अपने अनुभव बताते हुए कहा, एसएसपी स्तर के अधिकारी पर रोजाना विभिन्न तरह से करीब 500 एप्लीकेशन आती हैं। अगर एक एप्लीकेशन एक पेज की हुई तो कुल 500 पेज हुए। एक अधिकारी के लिए ये संभव नहीं कि वो रोजाना 500 पेज पढ़ ले। यदि यही काम चार अधिकारियों से कराया जाए तो सारी एप्लीकेशन पढ़कर उनका हल किया जा सकता है। पुलिस कमिश्नरेट में जनसुनवाई के लिए अधिकारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

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