जीएसटी चोरी के बढ़ते मामले …?
बोगस बिलों के 15 हजार केस, इनमें 5783 करोड़ की जीएसटी चोरी, वसूली सिर्फ 866 करोड़ की
फर्जी कंपनियां और बोगस बिल बनाकर राज्य जीएसटी की चोरी करने का खेल रुक नहीं रहा है। बीते चार साल में प्रदेश में ऐसे 15841 केस सामने आए, जिनमें 5783 करोड़ रु. की जीएसटी चोरी पकड़ी गई। बड़ी बात ये है कि चार साल बीतने के बाद के बाद भी सिर्फ 866 करोड़ की वसूली हो पाई। अभी भी 4917 करोड़ की वसूली बाकी है। इसमें सबसे ज्यादा 4911 जीएसटी फ्रॉड के मामले 2019-20 के हैं। इस दौरान 3897 करोड़ की जीएसटी चोरी मिली, इसमें में से 143 करोड़ ही वसूले जा सके हैं।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
टैक्स की दर का गलत निर्धारण किया गया। रिवर्स चार्ज में कर देयता स्पष्ट नहीं। टर्नओवर कम दर्शाया गया एवं बोगस पंजीयन दिखाया गया।
जीएसटी रिटर्न-1 तथा जीएसटी रिटर्न 3 (बी) में मिसमैच होना। यानी पहली बार में जो जानकारी दी गई, उसका दूसरे से मिलान नहीं हुआ।