आइआइएम इंदौर जुड़ा दुनियाभर के 18 देशों के 45 शिक्षण संस्थानों से
इंदौर, । भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) इंदौर ने यूरोप सहित 18 देशों के 45 से ज्यादा देशों से समझौता किया है। इसके तहत विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर आइआइएम शोध कार्य को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही विभिन्न कार्यक्रम होंगे और प्रोफेसर व विद्यार्थियों के बीच ज्ञान का आदान-प्रदान होगा।
आइआइएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने बताया कि हमने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, इटली और ग्रीस सहित कई देशों के साथ समझौता किया है। इसमें सबसे ज्यादा 13 समझौते फ्रांस के बी-स्कूलों के साथ किए गए हैं। इससे आइआइएम इंदौर के विद्यार्थियों को विश्व स्तर का प्लेटफार्म मिलेगा। प्रो. राय ने कहा कि हर विद्यार्थी को अपने अकादमिक करियर के दौरान कम से कम एक बार विदेश जाना चाहिए। इसी मकसद से कई समझौते किए गए हैं, ताकि विद्यार्थी बाहर के देशों के संस्थानों का भी अनुभव ले। वहां के प्रोफेसर और विद्यार्थियों से मिलने से नई सोच और विचारों को जानने का मौका मिलेगा।
इस तरह के संस्थानों से आइआइएम जुड़ चुका है
विद्यार्थियों, शिक्षकों और शोध समूहों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आइआइएम इंदौर ने रेनेसां स्कूल आफ बिजनेस (आरएसबी) फ्रांस के साथ समझौता किया हुआ है। संस्थान ने सैम हिग्गिनबाटम यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज प्रयागराज से भी समझौता किया हुआ है। दोनों संस्थान एग्री बिजनेस क्षेत्र में जवाइंट सर्टिफिकेशन कोर्स कराएंगे। आइआइएम ने एशिया विश्वविद्यालय ताइवान के साथ समझौता किया है। इसके तहत दोनों संस्थान मिलकर दोहरी डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करेंगे और शोध कार्यों को बढ़ावा देंगे।
इसका लाभ दोनों संस्थानों के विद्यार्थियों को मिलेगा।आइआइएम और आइआइटी इंदौर के बीच भी समझौता हुआ है। इसके तहत दोनों संस्थान डेटा विज्ञान और प्रबंधन में दो वर्षीय मास्टर आफ साइंस कोर्स करा रहे हैं। आइआइएम इंदौर ने अबूधाबी स्कूल आफ मैनेजमेंट के साथ भी अनुबंध कर रखा है। संस्थान ने आर्मी ट्रेनिंग कमांड और आर्मी वार कालेज से एमओयू साइन हुआ है। इसके तहत संस्थान आपस में प्रशिक्षण, कोर्स, शोध और विभिन्न काम मिलकर काम कर रहे हैं।
आइआइएम मध्य प्रदेश के पंचायत और रूरल डेवलपमेंट विभाग के साथ भी काम कर रहा है। इसके तहत रूरल क्षेत्र में स्टार्टअप को गति देने, ब्रांडिंग और अन्य कार्य किए जा रहे हैं। एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के साथ काम किया जा रहा है।इसके अलावा विदेश के कई विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के साथ भी संस्थान ने दो वर्ष के दौरान कई समझाैते किए हैं।