ऑडी का ऐसा एक्सीडेंट, 30 सेकेंड में 4 मौत ..?
लड़के-लड़कियों की लाशें सीटों से चिपकी, इसी जगह गई थी 3 स्टूडेंट्स की जान …
जयपुर में रिंग रोड पर हुए भयानक हादसे में तीन लड़कियों समेत चार की मौत हो गई। ऑडी कार में सवार दो युवकों की हालत अब भी गंभीर है।
कार डिवाइडर से इतनी तेज टकराई थी कि इंजन टूट कर नीचे गिर गया। स्टीयरिंग ड्राइवर सीट से आकर चिपक गया। गियर बॉक्स टूट कर कार में ही लटक गया। वहीं, पुलिस को कार से बीयर के केन, गुटखे, सिगरेट मिली है।
दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार आगे से 50 प्रतिशत टूट कर बिखर गई। वहीं, पीछे के हिस्से में एक भी खरोंच नहीं आई। कार चला रहे राजेंद्र की कार से केवल डिक्की में रखे एक जोड़ी जूते सुरक्षित मिले।
कार में बैठे युवक-युवतियां सीटों के बीच चिपक गए
पुलिस के मुताबिक हादसा इतना भयावह था कि कार में बैठे लड़के-लड़कियां आगे व पीछे की सीटों के बीच चिपक कर रह गए। उन्हें हाथ-पैर हिलाने का भी समय नहीं मिला।
पुलिस ने पीछे की सीट पर फंसे चारों युवक-युवतियों को खींचकर निकाला। उनके पैर आगे की सीटों के नीचे इतने दब गए थे कि उन्हें निकालने के बाद भी चप्पलें फंसी रह गईं।
कार की सीटों पर खून जमा हुआ था। पुलिस ने बताया कि एक्सीडेंट के 30 सेकेंड के अंदर चारों की मौत हो गई थी। कार में आगे के एयर बैग खुले तो, लेकिन जान नहीं बचा पाए।

मृतक छात्राएं यूपी, एमपी व केरल की और युवक जयपुर का
- राजेश ताखर (27), निवासी रिद्धि-सिद्धि नगर, निवारू रोड, जयपुर
- आर्या (24) पुत्री संजयकुमार, निवासी मेरठ, उत्तर प्रदेश
- धनुषा (23) पुत्री सुनील, निवासी टोफिल अर्नाकुलम, केरल
- अंशिका (24) पुत्री अनिलकुमार मिश्रा, हरदोली, दमोह, मध्य प्रदेश
(कार रिटायर्ड सैन्य अफसर के पुत्र राजेश ताखर की थी। उसी के नाम रजिस्टर्ड थी और वही चला रहा था। परिजन बोले- सोमवार सुबह घर से गया तब से नहीं लौटा था। वह प्रॉपर्टी का काम करता था। उसका डेढ़ साल का बेटा है।)
गंभीर घायल दोनों युवक जयपुर के, निजी अस्पताल में भर्ती
- शुभ (26) पुत्र महेश शर्मा, सुंदर नगर लालरपुरा, जयपुर
- यशकुमार (27) पुत्र ओमप्रकाश गर्ग, निवासी गणेश नगर, झोटवाड़ा
आगे पढ़िए क्यों हुआ ये दर्दनाक हादसा…
इस सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण ओवर स्पीडिंग और रिंग रोड पर किसी भी प्रकार के साइन बोर्ड नहीं होना सामने आ रहा है। वहीं, जहां एक्सीडेंट हुआ उस पॉइंट पर अलग दिशा से भी वाहन निकल रहे हैं। यहां कुछ दिन पहले भी स्कूटी सवार तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हो चुकी है।

रिंग रोड पर बाइकर्स आराम से कूदा रहे डिवाइडर
NHAI पर गश्ती वाहन चलाने वाले काना राम ने बताया- दुर्घटना की जानकारी मिलने पर वह सबसे पहले मौके पर पहुंचा। शवों को दुर्घटनाग्रस्त कार से बाहर निकाला।
इसके बाद पुलिस और 108 मौके पर पहुंची। जिस जगह पर दुर्घटना हुई, वहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं।
यहां पर लोग केवल 2 किलोमीटर का पेट्रोल बचाने के लिए गलत दिशा में वाहन लेकर रिंग रोड पर चढ़ते और उतरते हैं। कई बार समझाया भी गया, लेकिन वह नहीं मानते।

हालांकि टोंक रोड के लिए कट आने से पहले साइन बोर्ड लगे हुए हैं। इन पर टोंक रोड पर उतरने के लिए साइन लगा हुआ है।
उसके बाद भी ओवरस्पीड में चलने वाली गाड़ियों को यह पता नहीं चल सकता कि आखिर टोंक रोड पर उतरना कहां से है। इसी गफलत में हादसे हो रहे हैं।
चौराहा होने के बाद भी यहां अंधेरा पसरा रहता है। स्थानीय निवासी मुकेश ने बताया- इस स्थान पर कैट आई नहीं लगी हुई। जो लाइट लगाई गई हैं, वे बंद रहती हैं।

रोड पर लेन बदलने का पता ही नहीं चल पाता
डिवाइडर की दीवार पर पीली व काली पट्टी न होकर सफेद थी। एनएचएआई ने रिंग रोड की टोंक रोड पुलिया पर करीब एक किलोमीटर में नई रोड बनाई है। नई रोड बनाने के बाद सफेद लाइनें भी नहीं बनाई गई। सफेद लाइन न होने से दिन व रात में रोड पर लेन बदलने का पता ही नहीं चल पाता।
साइन बोर्ड दिखने में परेशानी
रिंग रोड से टोंक रोड पर आने के लिए 300 मीटर पहले नाम लिखा संकेतक लगा है, लेकिन तेज गति से आ रहे वाहन चालकों का इस पर ध्यान नहीं जा पाता। इससे गाड़ी चलाने वाला टोंक रोड पर उतरने के दौरान कन्फ्यूज हो जाता है और तेज गति में अचानक डिवाइडर आ जाता है, जिससे हादसे होते हैं।


सड़क दुर्घटना के संभावित कारण
- ओवर स्पीड कार के सामने अचानक कोई दूसरा वाहन रॉन्ग साइड से आ गया हो।
- दुर्घटना स्थल पर अंधेरा ज्यादा होने से ड्राइवर को डिवाइडर दिखाई ही नहीं दिया हो।
- कार में कुछ ऐसा हुआ हो जिससे की ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया हो।
- पुलिस के मुताबिक कार की स्पीड 120 से ज्यादा रही होगी।
शिवदासपुरा थाने के एसआई हसन अली ने बताया कि छात्राएं वनस्थली विद्यापीठ की हैं, परिजनों को सूचित किया है। वनस्थली विद्यापीठ के जन संपर्क अधिकारी देवीसहाय से बात की तो उन्होंने कहा कि छात्राएं संस्थान से बाहर कैसे गईं, यह जांच का विषय है।