ग्वालियर,  खुद को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का बेटा रिपुदमन सिंह तोमर बताकर रेस्त्रां में मारपीट करने वाले आरोपितों को अपनी गाड़ी में ले जाने वाले तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। गार्डन पैलेस हाउसिंग सोसायटी के सुरक्षा गार्ड ने डीवीआर निकालकर ले जाने की जानकारी दी थी, अब अचानक डीवीआर सामने आ गई है। डीवीआर की कहानी बड़ी उलझन भरी है, इसका स्पष्ट जवाब पुलिस अफसरों के पास भी नहीं है। इस घटना के सामने आने के बाद जब अगले दिन यहां पुलिस पहुंचाई गई थी तो उन्हें डीवीआर नजर नहीं आई, यह इसलिए कहा जा सकता है- क्योंकि इस बारे में पुलिस अफसरों से कोई चर्चा नहीं की। जब इस मामले की जांच कर रहे डीएसपी विजय भदौरिया यहां पहुंचे तो डीवीआर मिल गई।

डीवीआर मिल तो मंगलवार को गई थी, लेकिन इसे बुधवार को जब्त करना बताया गया है। पहले डीवीआर का गायब होना, सुरक्षा गार्ड और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा यह बताना कि आरोपित का साथी ही डीवीआर ले गया, फिर अचानक डीवीआर मिलना। यह पूरी कहानी उलझन भरी है। डीवीआर में छेड़छाड़ की आशंका को लेकर इसकी जांच भी करवाई जा रही है। पुलिस से जुड़े सूत्रों ने इसे लेकर कुछ अलग कहानी बताई है। अब इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने कुछ अन्य बिंदु जांच कर रहे डीएसपी विजय भदौरिया को बताए हैं, जिन पर पड़ताल चल रही है। रिपोर्ट बुधवार को नहीं सौंपी जा सकी।

दरअसल पड़ाव स्थित तोष रेस्त्रां में गौरव गुर्जर, सौरभ गुर्जर जबरन और इनके साथियों ने गार्ड के साथ मारपीट की। इन लोगों ने शनिवार को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया था। पड़ाव थाने में एफआइआर दर्ज हुई, इसके बाद पड़ाव पुलिस ने सिरोल पुलिस को आरोपितों के गार्डन पैलेस स्थित घर भेजा। सिरोल थाने में भी शिकायती आवेदन है। जब सिरोल थाने के एसआइ रामसनेही कुशवाह फोर्स के साथ पहुंचे तो यहां आरोपितों ने अभद्रता की। एसआइ रामसनेही कुशवाह ने बताया था कि ऊर्जा मंत्री के बेटे को भी बुलवाया था, जो सफेद रंग की गाड़ी में बैठाकर आरोपितों को ले गया। एसआइ कुशवाह और सुरक्षा गार्ड अश्विनी दुबे ने बताया बताया था कि आरोपितों का एक साथी गार्ड रूम से सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर निकालकर ले गया था। शनिवार से सोमवार तक पुलिस अफसरों को भी डीवीआर नहीं मिली, लेकिन मंगलवार को अचानक डीवीआर यहां मिल गई। डीएसपी विजय भदौरिया ने बताया कि मंगलवार को जब वह पहुंचे तो डीवीआर लगी मिली थी, इसे बुधवार को जब्त कर लिया। अब इसकी जांच कराई जा रही है। डीएसपी भदौरिया से जब नईदुनिया संवाददाता ने फुटेज होने के बारे में सवाल पूछा तो वह बोले- यह अभी जांच का विषय है।

एडीजी ने बताए जांच के बिंदु, टावर लोकेशन और काल डिटेल की बारीकी से पड़ताल

ग्वालियर जोन के एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा ने इस मामले की जांच के लिए कुछ बिंदु बताए हैं। इसमें आरोपितों के टावर लोकेशन, इनकी किस-किससे बात हुई। साथ ही जिसके नाम पर धमकाया गया, उनकी टावर लोकेशन गार्डन पैलेस के आसपास थी या नहीं। इससे कहानी स्पष्ट होगी। गार्डन पैलेस के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी दिखवाए जा रहे हैं, जिससे जो गाड़ी आई थी, उसका नंबर स्पष्ट हो सके। उसके नंबर के आधार पर कार मालिक का पता लग सकेगा।