ग्रेटर नोएडा, ईकोटेक तीन कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मी से यह पूछना कि आपने हेलमेट क्यों नहीं लगाया है युवक को पड़ा भारी। पीड़ित युवक आयुष विश्वकर्मा को पुलिसकर्मियों ने पहले जड़े थप्पड़, फिर थाने में हथकड़ी लगाकर जमकर पीटा। उसके बाद भी पुलिसकर्मियों का मन नहीं भरा। युवक को शांति भंग की धारा में जेल भेज दिया।

कोतवाली परिसर में युवक पर गालियों की बौछार कर पुलिस ने अपमानित किया। पीड़ित ने पुलिसकर्मियों की हरकत की मोबाइल में आडियो रिकॉर्डिंग कर ली। मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें युवक पुलिसकर्मियों की मोबाइल से रिकॉर्डिंग कर रहा है तो पुलिसकर्मी ने युवक के हाथ से मोबाइल छीन लिया। वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर डीसीपी सेंट्रल नोएडा अनिल यादव ने एसीपी तृतीय को जांच सौंपी है।

पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर लगाई न्याय की गुहार

पीड़ित युवक ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। हल्दौनी मोड़ पर कपड़ा व्यापारी रवि रहते है। उनके बेटे 19 वर्षीय आयुष का कुछ दिन पहले हेलमेट नहीं लगाने पर पुलिसकर्मियों ने चालान किया था। 29 जून को आयुष घर से निकला तो उसे बाइक पर दो पुलिसकर्मी जाते हुए दिखे जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाया था। आयुष ने दोनों पुलिसकर्मियों से पूछा कि आपने हेलमेट क्यों नहीं लगाया है।

पुलिसकर्मियों ने दी गाली

यह सुनकर पुलिसकर्मी आग बबूला हो गए और गाली देने लगे। युवक ने वीडियो बनाना शुरू किया तो उसका मोबाइल छीन लिया। युवक को कोतवाली में ले जाकर जमकर पीटा गया। हथकड़ी लगाकर अपराधियों जैसा सलूक किया गया। युवक ने दूसरे मोबाइल से कोतवाली में हुए घटनाक्रम की ऑडियो रिकार्डिंग कर ली, जिसमें पुलिसकर्मी उसको धमकी दे रहे है कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हो गई पुलिस से सवाल करने की। पुलिसकर्मी उसने गंदी गंदी गाली दे रहे थे।

बिहारी कहकर किया अपमानित

कोतवाली में पुलिसकर्मी ने उससे पूछा कि कहा का रहने वाला है तू, युवक ने कहा गोरखपुर का हूं। पुलिसकर्मियों ने कहा कि बिहारी आ जाते है नोएडा में। खाने के पैसे नहीं होते और बनाएंगे पुलिसकर्मी का वीडियो।

सवालों के घेरे में कोतवाली का कार्यालय

एक तरफ पुलिस अधिकारी जिले में कार्यशाला कर संदेश देते है कि जनता से मृदु व्यवहार रखें वहीं दूसरी तरफ कोतवाली के कार्यालय में युवक को अपमानित किया गया। उसकी चप्पल उतरवाई गई। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसको गंदी गंदी गालियां दी।

क्या बोले जिम्मेदार?

मामला सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है। प्रकरण की जांच एसीपी तृतीय को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

-अनिल यादव, डीसीपी सेंट्रल नोएडा