पश्चिम बंगाल में हुई चुनावी हिंसा में टीएमसी, BJP और कांग्रेस के 13 वर्करों की हुई हत्या ..!

 पश्चिम बंगाल में हुई चुनावी हिंसा में टीएमसी, BJP और कांग्रेस के 13 वर्करों की हुई हत्या, एक दूसरे पर लगाएआरोप
 पश्चिम बंगाल में शनिवार (8 जुलाई) को 22 जिलों में ग्राम पंचायत की 63,229 सीटें, पंचायत समिति की 9,730 सीटें हैं और 20 जिलों में 928 जिला परिषद सीटों के लिए चुनाव हुआ.

चुनाव की वोटिंग के बीच मारे गए लोगों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 8 लोग, बीजेपी के दो, सीपीएम के दो और कांग्रेस का एक वर्कर है. हिंसा के दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं.

किन लोगों की हत्या हुई? 
1.   कूचबिहार के तूफानगंज में शुक्रवार की देर रात टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या  धारदार हथियार से की गई.
2.   कूचबिहार में ही बीजेपी के कार्यकर्ता माधव बिस्वास को गोली मार दी गई.
3.   मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में टीएमसी समर्थक का मर्डर किया गया.
4.   मुर्शिदाबाद के खारग्राम में टीएमसी के कार्यकर्ता सबीरूद्दीन एसके की गोली मारकर हत्या की गई. सबीरुद्दीन पर कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या का आरोप भी लगा था.
5.   मुर्शिदाबाद में सीपीएम कार्यकर्ता रेबिना बीबी को गोली लगने के बाद यहां के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई.

6.   मुर्शिदाबाद के लालगोला में एक सीपीएम कार्यकर्ता की हत्या.
7.   मालदा के मानिक चौक में टीएमसी के एक कार्यकर्ता को जान से मार दिया गया.
8.   पूर्वी बर्दवान में टीएमसी वर्कर भी हिंसा में मारा गया
9.   साउथ 24 परगना के बसंती में एक टीएमसी कार्यकर्ता की बम विस्फोट से जान चली गई.
10. नादिया में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या।

11. मुर्शिदाबाद जिले के नौदा में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या करने का आरोप टीएमसी के लोगों पर लगा है.
12. कूचबिहार के दिनहाटा में गोली लगने से बीजेपी वर्कर की मौत.
13. उत्तरी दिनाजपुर के चाकुलिया में टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई.

बीजेपी ने क्या आरोप लगाया?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी ने आरोप लगाया कि जब बिस्वास ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की तो टीएमसी के समर्थकों ने उन्हें रोका. इसके बाद विवाद बढ़ने पर उन्होंने बिस्वास की हत्या कर दी. हालांकि टीएमसी ने आरोपों से इनकार किया है.

टीएमसी क्या बोली
पीटीआई ने बताया कि टीएमसी ने भी आरोप लगाया कि कूचबिहार की तूफानगंज 2 पंचायत समिति में उसका एक बूथ समिति सदस्य बीजेपी के हमले में मारा गया. बीजेपी ने भी इस आरोपों से इनकार किया है.

राज्यपाल क्या बोले?
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उत्तर 24 परगना के विभिन्न इलाकों का दौरा कर हिंसा में घायल लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंसा हमारे लिए चिंता की बात हैं.

बोस ने कहा, ‘‘रास्ते में लोगों ने मुझसे मेरा काफिला रोकने का अनुरोध किया. बताने के लिए बहुत सारी कहानियां हैं, उन्होंने मुझे अपने आस-पास हो रही हत्या की घटनाओं के बारे में बताया. उन्होंने यह भी कहा कि गुंडों ने उन्हें मतदान केंद्रों पर जाने की अनुमति नहीं दी. ये छिटपुट मामले हैं, लेकिन रक्तपात की एक भी घटना हम सभी के लिए चिंता का कारण होनी चाहिए.

पश्चिम बंगाल सरकार ने किए सवाल
पश्चिम बंगाल में मंत्री शशि पांजा ने पूछा, ‘‘बीती रात से चौंकाने वाली घटनाओं की सूचना मिल रही है. बीजेपी, माकपा और कांग्रेस ने साठगांठ की थी और केंद्रीय बलों की मांग की थी. आखिर वे कहां तैनात हैं? टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है. केंद्रीय बल कहां है?’’दरअसल पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए राज्य पुलिस के करीब 70,000 कर्मियों के अलावा केंद्रीय बलों की 600 कंपनियां तैनात की गई हैं.

बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) पश्चिम बंगाल में भेजे गए केंद्रीय बलों को तैनात करने के लिए अनिच्छुक था.

उन्होंने पूछा, ‘‘एक तरफ एसईसी केंद्रीय बलों की तैनाती को अनिच्छुक था. दूसरी तरफ असैन्य कार्यकर्ताओं को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया गया था. यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि राज्य सरकार और एसईसी ने अदालत की आंख में धूल झोंका है। क्या एसईसी चुप रहकर बूथ पर कब्जा जमाने में तृणमूल के गुंडों की मदद कर रहा है?’’

कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रहा है?
पीटीआई के मुताबिक राज्य के 22 जिलों में ग्राम पंचायत की 63,229 सीटें और पंचायत समिति की 9,730 सीटें हैं, जबकि 20 जिलों में 928 जिला परिषद सीटें हैं. सत्तारूढ़ टीएमसी जिला परिषदों की सभी 928 सीटों, पंचायत समितियों की 9,419 सीटों और ग्राम पंचायतों की 61,591 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी ने 897 जिला परिषद सीटों, पंचायत समिति की 7,032 सीटों और ग्राम पंचायतों की 38,475 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.

माकपा 747 जिला परिषद सीटों, पंचायत समिति की 6,752 सीटों और ग्राम पंचायत की 35,411 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस 644 जिला परिषद सीटों, पंचायत समिति की 2,197 सीटों और ग्राम पंचायत की 11,774 सीटों पर किस्मत आजमा रही है.

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