नई दिल्ली, केंद्रीय भूजल आयोग (सीजीडब्ल्यूबी) की हाल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली हर साल औसतन 0.2 मीटर भूजल खो रही है। इस लिहाज से हर दिन दिल्ली की जमीन के नीचे का पानी 0.05 सेंटीमीटर नीचे जा रहा है। रिपोर्ट बताती है कि यहां के करीब 80 फीसदी स्रोत क्रिटिकल या सेमी क्रिटिकल स्थिति में आ चुके हैं। वहीं वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया है कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ती कंक्रीट की सतह के चलते बारिश का ज्यादातर पानी बह जाता है, जिससे जमीन में पानी रिचार्ज नहीं हो पाता है। TERI (The Energy and Resources Institute) के एक अध्ययन के मुताबिक दिल्ली में 2031 तक बारिश का 70 फीसदी से ज्यादा ज्यादा पानी बह कर नालों के जरिए नदियों में चला जाएगा।