कानपुर देहात आयुष्मान योजना : कागज पर किया दर्जनों मरीजों को इलाज …
Health Scam: कागज पर किया दर्जनों मरीजों को इलाज, आयुष्मान योजना को यूं लगाया लाखों का पलीता
सरकार गरीबों के नाम पर कल्याणकारी योजनाएं शुरू कर देती हैं लेकिन कुछ लोग उन योजनाओं के नाम पर घोटाला करने से बाज नहीं आते. कानपुर देहात के तीन निजी अस्पतालों के खिलाफ आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने पर कार्रवाई की गई है.
प्रदेश के कानपुर देहात में आयुष्मान योजना में लाखों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. इस घोटाले से पूरा स्वास्थ्य महकमा सन्न है. जानकारी के मुताबिक गरीबों के इलाज के लिए शुरू की गई इस योजना में निजी अस्पतालों ने जमकर फर्जीवाड़ा किया है, जिसका खुलासा खुद विभागीय ऑडिट रिपोर्ट के बाद हुआ है.
ऑडिट रिपोर्ट में पता चला है कि कानपुर देहात के 3 निजी अस्पतालों के आईसीयू में फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड धारक दर्जन भर मरीजों की एंट्री दिखा दी गई जबकि हकीकत में मरीजों की संख्या काफी कम थी. घोटाला सामने आने के बाद इन अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है.
किन अस्पतालों में हुआ फर्जीवाड़ा
तीनों निजी अस्पताल कानपुर देहात के हैं. इनमें पहला अस्पताल है-राजावत सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दूसरा है-नोवा ग्रेस अस्पताल और तीसरा है ईशा हॉस्पिटल. स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम जब यहां पड़ताल करने पहुंची तो फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ.
ऑडिट में पाया गया कि इन तीनों अस्पतालों के आईसीयू वार्ड में कागजों पर आयुष्मान कार्ड के मरीजों की संख्या में भारी गड़गड़ी की गई और दवाई खरीदी से लेकर टेस्ट तक में लाखों का घोटाला किया गया है. इन अस्पतालों ने दावा किया था कि यहां आईसीयू में आयुष्मान योजना के दर्जन भर मरीज आए लेकिन वास्तविक तौर पर किसी अस्पताल में 2 तो किसी अस्पताल में 3 ही मरीज ही आए थे.
इन अस्पतालों पर उठे हैं सवाल
एक्शन में आए सीएमओ
कानपुर देहात के सीएमओ एके सिंह का कहना है कि जिन अस्पतालों में फर्जीवाड़ा पाया गया है उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि राजावत अस्पताल, नोवा ग्रेस अस्पताल और ईशा हॉस्पिटल को नोटिस जारी किया गया है और इनकी आयुष्मान कार्ड की आईडी ब्लॉक कर दी गई है.