सबसे ज्यादा रेडिएशन वाले फोन ! कैंसर को सीधे दे रहे हैं दावत ..

इन कंपनियों का फोन रखने वाले हो जाएं सावधान, कैंसर को सीधे दे रहे हैं दावत
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का कहना है कि फोन से निकलने वाले एक खास प्रकार के रेडिएशन से जिसे, RF रेडिएशन कहते हैं वो मस्तिष्क के कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता है.
फोन के रेडिएशन से कैंसर

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी इस पर शोध कर रही है कि फोन से निकलने वाले रेडिएशन से अन्य गंभीर बीमारियों के साथ साथ क्या कैंसर होने का भी खतरा है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का कहना है कि फोन से निकलने वाले एक खास प्रकार के रेडिएशन से जिसे, RF रेडिएशन कहते हैं वो मस्तिष्क के कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता है. इसलिए जितना हो सके उतना कम फोन इस्तेमाल करना चाहिए.

किस फोन में है सबसे ज्यादा रेडिएशन?

दरअसल, किस फोन से कितना रेडिएशन निकलता है इसे जानने के लिए स्पेस्फिक एबसॉर्पशन रेट यानी SRA एक पैमाना बनाया गया है. इसी पैमाने से हमें ये पता चलता है कि किस फोन से कितना रेडिएशन निकल रहा है और यह किस तरह के रेडिएशन का असर हमारे शरीर पर ज्यादा होता है. हर मोबाइल बनाने वाली कंपनी इसकी जानकारी देश के रेग्यूलेटरी संस्था को देती है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि हम में से ज़्यादातर लोग फ़ोन ख़रीदते समय इस पर ध्यान नहीं देते.

आपको बता दें, बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन फ़ेडरल ऑफ़िस फॉर डेटा प्रोटेक्शन ने साल 2018 के करीब एक लिस्ट बनाई, जिसमें कई नए और पुराने स्मार्टफ़ोन से निकलने वाले रेडिएशन की जानकारी दी गई. आपको जानकर हैरानी होगी कि सबसे ज्यादा रेडिएशन वाले फोन की लिस्ट में टॉप तीन फोन वन प्लस, हूआवी और नोकिया लूमिया थे. जबकि आईफोन-7 इसमें दसवें नंबर पर था.

सबसे कम रेडिएशन वाले फोन कौन से थे?

सबसे कम रेडिएशन वाले फोन्स की लिस्ट में सोनी एस्पीरिया एम 5 (0.14), सैमसंग गैलेक्सी नोट 8 (0.17), एस सिक्स एज प्लस (0.22), गूगल प्लस एक्सेल (0.25), सैमसंग गैलेक्ली एस 8 (0.26) और एस 7 एज (0.26) थे. वहीं मोटोरोला के भी कुछ फोन से रेडिएशन वनप्लस और हुआवी के मुकाबले कम निकलता है

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