कम खर्च में कटिंग से लगाएं हरे-भरे पौधे .!
कम खर्च में कटिंग से लगाएं हरे-भरे पौधे:बालकनी में उगेंगे फूल; सफेद कीड़ों से छुटकारा पाने के उपाय
प्लांट लवर्स के लिए मानसून पसंदीदा मौसम है। लेकिन इसमें दो तरह के लोग होते हैं पहले वे जिन्हें पौधे लगाने का शौक तो बहुत होता है, पर सही देखभाल न कर पाने की वजह से पौधे नहीं लगा पाते हैं।
दूसरे वो लोग जो पौधों पर खर्च करने से डरते हैं और एक-दो बार पौधों पर इन्वेस्ट करने के बाद फिर नहीं करना चाहते हैं।
जानते हैं कि मानसून में कम खर्च में पौधों को कैसे ग्रो करें, उनकी देखभाल करने का सही तरीका क्या है और उनमें लगे कीड़ों से छुटकारा कैसे पाएं।
सवाल: मानसून में कम खर्च में पौधे लगाने का क्या तरीका है?
जवाब: इस मौसम में पौधे की कटिंग लगाकर आसानी से नए पौधों को लगा सकते हैं।
सवाल: क्या सच में कटिंग से नए पौधे लग सकते हैं?
जवाब: हां बिल्कुल। इसके लिए आपको 1 रुपए भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। कटिंग से नया पौधा ग्रो करने के लिए आप अपने पड़ोसी, दोस्त कटिंग ले सकते हैं। खुद के घर में लगे पौधों से कटिंग निकाल सकते हैं।
आजकल छोटे-छोटे पौधे खरीदने के लिए हजार रूपए तक खर्च करने पड़ते हैं। मानसून में आप पौधों पर होने वाले खर्च को बचा सकते हैं। इस मौसम में कटिंग लगाने से नया पौधा कुछ दिनों में ग्रो करने लगता है।
सवाल: किसी भी कटिंग को लगाने का क्या तरीका है?
जवाब: किसी भी कंटिंग को घर पर लगाने का तरीका लगभग एक जैसा ही है।
- कटिंग की लम्बाई 6 से 10 इंच तक और मोटाई पेन्सिल से ज्यादा होनी चाहिए।
- पौधे की स्टेम यानी तना की कटिंग कैंची से करें और उसमें लगी पत्तियों को हटा दें।
- कटिंग के नोड का ध्यान रखें। यानी जिस तरफ पत्तियां उग थी, उसको ही ऊपर रखें।
- कटिंग के ऊपर और नीचे के हिस्से पर अच्छी तरह से एलोवेरा का गूदा लगाएं।
- कटिंग लगाने के लिए गमले में रेत या रेत और कोकोपिट के बराबर मिक्चर को डालें।
- अब कटिंग को नीचे के हिस्से की तरफ से गमले में लगाएं और थोड़ा पानी दें।
- गमले को ऐसी जगह पर रखें, जहां एक हफ्ते तक कटिंग हिलने न पाए।
- गमले में लगी कटिंग को प्लास्टिक से कवर कर दें, जिससे नमी में ग्रोथ तेजी से हो।
- फिर 2 हफ्ते तक 3-3 दिन के अंतराल में गमले को पानी दें। अब प्लास्टिक कवर हटा दें।
- एक महीने के अंदर पौधा अच्छे से ग्रो करने लगेगा।
सवाल: घर के किचन में यूज होने वाली चीजें, जिन्हें अपने घर में गमलों में आसानी से लगा सकते हैं?
जवाब: बारिश के मौसम में फ्रेश हर्ब्स प्राप्त करने के लिए अपने होम गार्डन में हर्बल प्लांट्स को लगाना चाहते हैं तो यहाँ हम आपको वर्षा ऋतु में गार्डन में लगाई जाने वाली जड़ी बूटियाँ या हर्ब्स के नाम बताने जा रहे हैं, जो इस प्रकार हैं
- लेमनग्रास
- तुलसी
- मीठी नीम
- ओरिगैनो
- गिलोय प्लांट या अमृत बेल के पौधे
सवाल: कहते हैं कि बारिश के मौसम में पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती है क्या ये सही है?
जवाब: नहीं। मानसून पौधों की ग्रोथ के लिए एक तरफ अच्छा भी है तो दूसरी तरफ इसके कई साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं।
इन दिनों पौधों के गलने, सड़ने और कीड़े लगने का डर भी होता है। पौधों की देखभाल करने के टिप्स क्रिएटिव से समझते हैं।
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सही जगह सेलेक्ट करें: पौधों को ऐसी जगह रखें, जहां पौधों को पर्याप्त पानी के साथ धूप और हवा दोनों सही मात्रा में मिलती रहे। इनडोर प्लांट्स को डायरेक्ट धूप में न रखें।
गमलों की प्लेट: गमलों के नीचे रखी प्लेट हटा दें और गमले का ड्रेनेज सिस्टम यानी छेद साफ करें। प्लेट में पानी भरने और छेद जाम होने से पौधों की जड़ें खराब होने लगती हैं।
खाद डालें: गमले की मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद हर 15 दिन में डालें। इससे पौधे तरोताजा रहते हैं और मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है। खाद तभी डालें जब मिट्टी सूखी हो।
कीड़ों से बचाएं: कुछ कीड़े पौधों के लिए अच्छे होते हैं। जैसे- केंचुए, ये मिट्टी को नाइट्रेटिंग करने का काम करते हैं। कुछ कीड़े प्लांट्स को नुकसान पहुंचाते हैं तो कीटनाशक का यूज करें।
पानी देने का तरीका: हर पौधों को पानी की जरूरत एक जैसी नहीं होती। बारिश में पौधों को पानी तभी दें, जब गमले में ऊपर की मिट्टी सूख जाए।
ओवर प्लांटिंग से बचें: एक ही गमले में या एक ही जगह पर कई पौधे या बीज का पूरा पैकेट न डालें। गमले में उगी खरपतवार को हटा दें। ये पौधों का न्यूट्रिशन एब्जॉर्ब कर लेते हैं।
मजबूती दें: लचीले और छोटे पौधों में स्टीक यानी छोटी छड़ी लगाएं। जिससे तेज बारिश और आंधी से उन पर दबाव न बनें।
कटाई-छटाई करें: पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए समय-समय पर कटाई-छटाई करें। पीली पत्तियां हटा दें। इससे पौधे में नई-नई शाखाएं निकलती हैं।
ध्यान रखें: पौधों को ऐसी जगह न रखें जहां ज्यादा पानी गिरता हो, क्योंकि ज्यादा पानी की वजह पौधे खराब होने लगते हैं।
सवाल: बारिश के मौसम में 24 घंटे में पौधों का कितनी बार पानी दे चाहिए?
जवाब: पौधे के आकार और मौसम के हिसाब से पानी देने की जरूरत अलग-अलग होती है।
गर्मी के मौसम में पौधों को रेगुलर यानी दिन में 2 बार यानी सुबह और शाम को पानी देना होता है।
मानसून में पौधों को पानी देना ऑप्शनल होता है। जरूरत के अनुसार यानी मिट्टी के सूखने पर ही पानी देना चाहिए।
ठंड के मौसम में पौधों को हर दूसरे दिन वो भी दोपहर में पानी चाहिए।
नोट: पौधों को एकसमान रूप से पानी देने के लिए वाटरिंग केन का यूज करना बेस्ट तरीका है।
सवाल: कम खर्च में पौधों पर लगे सफेद कीड़ों को हटाने का क्या कोई घरेलू उपाय है?
जवाब: हां, बिल्कुल है। ये धीरे-धीरे करके आस-पास रखे सभी पौधों में लग जाते हैं। इन्हें वाइट बग या मिली बग कहते हैं। ये कीड़े पौधे में पत्तों और कलियां का रस चूस लेते हैं। जिससे पौधे न तो बढ़ पाते हैं और न ही फूल देते हैं। कुछ दिन बाद खराब हो जाते हैं।
सर्दियों के अलावा ये कीड़े पूरे साल कभी भी पौधों पर अटैक कर सकते हैं। मिली बग के पौधों में लगते ही चीटियां भी आने लगती है। ये चीटियां बग के अंडे को खाती हैं और पूरे पौधे में बग को पहुंचाने का काम करती हैं।
ऐसे में सबसे पहले पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए तेज धूप रखें। इसके बाद इन उपायों को फॉलो करें।
उपाय-1
साम्रगी
- ENO- 5 ग्राम वाला 1 छोटा पैकेट
- डिटर्जेंट पाउडर- 1 चम्मच
- सरसों का तेल- 1 चम्मच
- वॉटर स्प्रे जार- 1 लीटर वाला
मिक्सचर बनाने का तरीका
- वॉटर स्प्रे जार में पानी भरें।
- इसमें डिटर्जेंट पाउडर डालें।
- इसके बाद सरसों का तेल डालें।
- अब ENO डालकर जार को कसकर बंद कर दें।
- इसे हिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें।
- शाम के समय पूरे पौधे पर स्प्रे कर दें।
- हफ्ते में 3 बार पौधे पर स्प्रे करें।
उपाय-2
साम्रगी
- लक्ष्मण रेखा- 1 स्टिक
- स्प्रे बोतल- 1 लीटर
- पानी- आधा गिलास
- चाकू
मिक्सचर बनाने का तरीका
- लक्ष्मण रेखा की एक चॉक स्टिक लें।
- चाकू की मदद से इसके 4 टुकड़े कर लें।
- एक टुकड़े को आधा गिलास पानी में मिक्स कर लें।
- अब इस मिक्सचर को स्प्रे बोतल में भर लें।
- बोतल को हिलाते हुए पौधों पर स्प्रे करें।
- 3 दिन बाद पहले जितने कीड़े नहीं दिखेंगे।
- हफ्ते में दो बार इसका छिड़काव करें।
नोट: चीटियों को पौधों से दूर करने के लिए सुबह के समय पौधे से लेकर गमले की मिट्टी तक दालचीनी का सूखा पाउडर छिड़कें।