भिण्ड जिले के 8415 छात्र-छात्राओं के लिए खरीदे जाएंगे 2805 टेबल-कुर्सी के सेट
सरकारी स्कूल जहां मिलेगा फर्नीचर …
विद्यालयों में छात्रों के लिए डेस्क बैंच का क्रय सीधे राज्य स्तर से लघु उद्योग निगम के माध्यम से किया जाएगा। निविदा प्रक्रिया के माध्यम से लघु उद्योग निगम द्वारा फर्नीचर क्रय कर शालाओं में पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा केंद्र को सौंपी है। खरीदी गए फर्नीचर की क्वालिटी भी विभाग द्वारा जांची जाएगी। जिला शिक्षा केंद्र के एई रविशंकर शर्मा ने बताया डेस्क बैंच का कलर भी हरा, सिल्वर ग्रेय, नवी ब्लू और फारेस्ट ग्रीन रहेगा। सभी फर्म अलग-अलग रंग का फर्नीचर खरीदेंगे। जिससे विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए लगाए जा रहे फर्नीचर की क्वालिटी में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके।
फैक्ट फाइल
600 विद्यालयों में बिछाया जाएगा फर्नीचर।
8415 छात्र-छात्राओं को मिलेगी टेबल-कुर्सी की सुविधा।
2.40 करोड़ रुपए की राशि होगी खर्च।
2805 टेबल-कुर्सी के खरीदे जाएंगे सेट।
8572 रुपए के मद से प्रति सेट का होगा क्रय
प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर अब सरकारी विद्यालय के छात्र-छात्रा कक्ष में टेबल-कुर्सी पर बैठकर शिक्षा प्राप्त करेंगे। समग्र शिक्षा अभियान के तहत एकीकृत शालाओं में 2 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि से फर्नीचर(डेस्क बैंच) लगाया जाएगा। जिला शिक्षा केंद्र ने ऐसे 600 स्कूलों को चिन्हित किया है, जिनमें बच्चे जमीन पर टाटपट्टी बिछाकर पढ़ाई करते हैं। शीघ्र ही इन छात्रों को टेबल-कुर्सी की सुविधा प्राप्त होगी।
एक माह में पहुंच जाएगा स्कूलों तक
सरकारी स्कूलों में फर्नीचर पहुंचान के लिए फर्म को ठेका दिया जाएगा। एक ही फर्म जिले के सभी स्कूलों में टेबल-कुर्सी पहुंचाएगी। जिला शिक्षा केंद्र द्वारा इसका भौतिक सत्यापन कर राज्य शिक्षा केंद्र को रिपोर्ट भेजी जाएगी। जिसके पश्चात फर्म को फर्नीचर का भुगतान किया जाएगा। विभाग के अनुसार 15 अक्टूबर से विद्यालयों में फर्नीचर पहुंचाया जाएगा। पूरे प्रदेश के स्कूलों को चिह्नित किया है, इसलिए योजना पूर्ण होने में एक माह का समय लगेगा।
8415 विद्यार्थियों को मिलेगी बैंच: जिले के करीब 600 विद्यालयों के 8 हजार 415 छात्र जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों के लिए प्रति टेबल कुर्सी 8572 रुपए के मद से खरीदी जा रही है। स्कूलों में सुविधाओं के अभाव में शिक्षित होने वाले छात्रों को लंबे अर्से बाद फर्नीचर की सुविधा मिलेगी। जिला शिक्षा केंद्र द्वारा प्रारंभ में ऐसे विद्यालयों को चुना गया है, जो एकीकृत संचालित हो रहे हैं। हायर सेकंडरी, हाईस्कूल और माध्यमिक विद्यालयों में फर्नीचर की सुविधा प्राप्त होगी। अगले चरण में प्राथमिक विद्यालयों तक भी फर्नीचर पहुंचाया जाएगा।