नोएडा : रंगदारी मांगने पर तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर पर मुकदमा !
रंगदारी मांगने पर तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर पर मुकदमा …
पहले दोनों थे बिजनेस पार्टनर , समझौता नामा का विरोध किया तो कारोबारी से मांगे 1 करोड़
तहसीलदार, उनकी पत्नी और एक सब इंस्पेक्टर समेत अन्य लोगों पर एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए एक कारोबारी ने सेक्टर-113 थाने में केस दर्ज कराया है। आरोपियों ने शिकायतकर्ता के बच्चे को अगवा करने का प्रयास किया। बहन और पिता को जान से मारने की धमकी दी। पार्टनरशिप खत्म करने की बात कहते हुए कारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई।
शिकायत में सेक्टर-75 स्थित मैक्स विलिस ग्रांड किंसिटन सोसाइटी निवासी श्रीराम अग्रवाल ने बताया है कि वह कारोबारी हैं। 2020-21 में कोरोना के समय उनकी मुलाकात नायब तहसीलदार सचिन पवार, सब इंस्पेक्टर रोबिन पवार से हुई। जल्द ही तीनों एक दूसरे के घर आने और जाने लगे। इस दौरान नायब तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर ने उन्हें अपने परिवार के कुछ लोगों के पैसे व्यापार में निवेश कराने के लिए कहा। इसके लिए तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर ने व्यापारी श्रीराम अग्रवाल को 32 लाख रुपए रिश्तेदार के खाते से ट्रांसफर करा दिए।
50-50 प्रतिशत की तय हुई थी साझेदारी
व्यापार में लगे पैसों के बदले में व्यापारी ने एक ब्लैंक चेक तहसीलदार की पत्नी गरिमा चौधरी के नाम दे दिया। मामले में 50-50 प्रतिशत की साझेदारी तय हुई थी। व्यापारी ने तहसीलदार के कहे अनुसार मुनाफे की कुछ रकम पत्नी गरिमा के खाते में भी ट्रांसफर कर दी। इसके बाद इन लोगों ने मिलकर सेक्टर-65 में मार्च 2023 में शिक्षा कुल क्लासेस के नाम से एक कंपनी शुरू की। व्यापारी का दावा है कि इस कारोबार में उन्होंने करीब 30 लाख रुपए लगाया और तहसीलदार, उनकी पत्नी व सब इंस्पेक्टर ने नाम मात्र का निवेश किया।
व्यापार में 15 प्रतिशत का भागीदार बनाने का किया विरोध
जुलाई 2023 में जब कंपनी का विस्तार करने को लेकर जब समझौता नामा ठीक से पढ़ा तो उसमें व्यापारी को महज 15 प्रतिशत का भागीदार बनाया गया। बाकी 85 प्रतिशत का भागीदार तहसीलदार ने अपनी पत्नी गरिमा चौधरी को बनाया है। कारोबारी ने जब इसका विरोध किया तो सचिन और रोबिन ने करीब पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाकी के पैसे मांगने पर कारोबारी को धमकी दी जाने लगी और रंगदारी मांगी गई।