केजरीवाल के आम आदमी से CM बनने तक का सफर !

IRS अधिकारी, अन्ना हजारे के शिष्य… केजरीवाल के आम आदमी से CM बनने तक का सफर
11 साल पहले अन्ना हजारे के आंदोलन से निकले एक व्यक्ति ने बिना नामचीन चेहरों को लेकर एक पार्टी बनाई. ये पार्टी आज दिल्ली और पंजाब की सत्ता पर काबिज है. दिल्ली में खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पार्टी के मुखिया के हाथ में है, लेकिन आज इसी मुखिया को ED की टीम ने शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया. ये कोई और नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल हैं.

IRS अधिकारी, अन्ना हजारे के शिष्य... केजरीवाल के आम आदमी से CM बनने तक का सफर

अन्ना हजारे के साथ अरविंद केजरीवाल.
दिल्ली शराब घोटाला मामले में गुरुवार रात ED ने बड़ी कार्रवाई की. मुख्यमंत्री अरविंद कजेरीवाल के घर समन लेकर पहुंची ED की टीम ने करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. शराब घोटाला मामले में यह ED की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की सड़कों पर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता उतर आए हैं. जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. इसको देखते हुए भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं. केजरीवाल की लीगल टीम सुप्रीम कोर्ट भी गई, लेकिन आज सुनवाई नहीं हो पाई. अब कल यानि 22 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी.
हरियाणा के सिवानी के रहने वाले हैं अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के सिवानी जिले के खेड़ा गांव में गोबिंद राम केजरीवाल और गीता देवी के घर हुआ था. अरविंद केजरीवाल के पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. अरविंद केजरीवाल ने अपनी शिक्षा हिसार के कैंपस स्कूल और सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल से प्राप्त की. 1985 में केजरीवाल ने IIT-JEE परीक्षा पास की और ऑल इंडिया 563 रैंक हासिल की. ​​उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में IIT खड़गपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. 1989 में अरविंद केजरीवाल जमशेदपुर में टाटा स्टील में शामिल हो गए, लेकिन 1992 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का हवाला देते हुए नौकरी से इस्तीफा दे दिया.

1995 में पास की UPSC परीक्षा, बने IRS अधिकारी

1995 में सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद अरविंद केजरीवाल भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में शामिल हो गए. उन्होंने आयकर विभाग के सहायक आयुक्त के रूप में कार्य किया. 2000 में अरविंद केजरीवाल ने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दो साल की सवैतनिक छुट्टी का अनुरोध किया. उन्हें इस शर्त पर छुट्टी दी गई थी कि कार्यालय फिर से शुरू करने पर वह कम से कम तीन साल की अवधि तक सेवा से इस्तीफा नहीं देंगे और यदि वह असफल होते हैं तो इस अवधि के दौरान दिए गए वेतन का भुगतान करेंगे.

2006 में नौकरी से दे दिया इस्तीफा

साल 2002 में अरविंद केजरीवाल ऑफिस आए, लेकिन एक साल तक उनकी नियुक्ति नहीं की गई. हालांकि, इस दौरान उन्हें वेतन मिल रहा. इसलिए अरविंद केजरीवाल ने 18 महीने की बिना वेतन छुट्टी के लिए आवेदन किया, जो उन्हें दे दी गई. 2006 में अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली में संयुक्त आयकर आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि भारत सरकार का दावा था कि उन्होंने तीन साल तक काम न करके साल 2000 में हुए समझौते का उल्लंघन किया है. 2011 में अरविंद केजरीवाल ने अपने दोस्तों की मदद से सरकार को बकाया राशि के रूप में 9 लाख 27 हजार 787 रुपए का भुगतान किया.

जब अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में कूद पड़े

साल 2011 में अरविंद केजरीवाल ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ मिलकर जन लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) का गठन किया. जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर 16 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे भूख-हड़ताल पर बैठ गए. ये आंदोलन 28 अगस्त तक चला. अन्ना हजारे के साथ इस आंदोलन में उस समय अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, कुमार विश्वास, संजय सिंह और मनीष सिसोदिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अन्ना हजारे के बाद अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन का प्रमुख चेहरा बनकर उभरे थे.

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ये फोटो तब की है, जब अरविंद केजरीवाल ने 2020 में तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.

2013 में बनाई सरकार, पहली बार बने मुख्यमंत्री

अरविंद केजरीवाल ने 2 अक्टूबर 2012 को अपने राजनीतिक दल का गठन किया. 24 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई गई. 2013 में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा और अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की पूर्व CM शीला दीक्षित को हरा दिया. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था, लेकिन कांग्रेस ने सरकार में शामिल न होकर बाहर से समर्थन किया, जिसके दम पर अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर बैठे. फिर साल 2015 में चुनाव हुआ और केजरीवाल की पार्टी रिकॉर्ड 67 सीटें जीतकर विधानसभा में पहुंची.

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पत्नी सुनीता के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल.

अरविंद केजरीवाल के घर में कौन-कौन?

इसके बाद साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतीं. केजरीवाल ने 16 फरवरी 2020 को रामलीला मैदान में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अरविंद केजरीवाल का घर दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री का निवास स्थान है. अगर उनके निजी जीवन के बारे में बात करें तो अरविंद केजरीवाल की शादी सुनीता केजरीवाल के साथ हुई है. दोनों के दो बच्चे हैं. केजरीवाल की बेटी का नाम हर्षिता और बेटे का नाम पुलकित है. पत्नी और बच्चे सभी दिल्ली में केजरीवाल के साथ मुख्यमंत्री निवास रहते हैं.

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