विदेशी टेक कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय जिम्मेदारी संभाल रहे हैं !

गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज टेक कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय काम कर रहे हैं। भले ही विदेशी कंपनियों की सर्विस हम इस्तेमाल करते हैं लेकिन उनके पीछे किसी न किसी तरह से भारतीय का रोल होता ही है। गूगल की कई प्रमुख सर्विसें सुंदर पिचाई की वजह से सफल हुई हैं। वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने भी सत्य नडेला के नेतृत्व में कई मुकाम हासिल किए हैं।

विदेशी टेक कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
  1. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में भारतीय मूल के सुंदर पिचाई सीईओ हैं।
  2. माइक्रोसॉफ्ट की जिम्मेदारी भी भारतीय मूल के सत्य नडेला संभाल रहे हैं।

 नई दिल्ली। दुनियाभर की बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों में प्रमुख पदों पर भारतीयों ने अपना वर्चस्व जमा रखा है। गूगल से लेकर टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट में सीईओ जैसे बड़े पद पर भारतीय मूल के लोग काम कर रहे हैं। भारत समेत इन कंपनियों की सर्विस दुनियाभर में यूजर्स तक पहुंचती हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही इस बारे में वाकिफ होंगे कि इन कंपनियों में बड़े बदलाव होने के पीछे भारतीय मूल के सीईओ का अहम रोल होता है।

माइक्रोसॉफ्ट सीईओ- सत्य नडेला

माइक्रोसॉफ्ट की सर्विसों का इस्तेमाल आपने जरूर किया होगा। हो सकता है अब भी कर रहे होंगे, लेकिन आपको जानकर दिलचस्प लगेगा कि कंपनी की कमान सालों से भारतीय मूल के सत्य नडेला संभाल रहे हैं। अमेरिकी कंपनी में जितने भी बड़े फैसले होते हैं उनमें इनकी अहम भूमिका होती है। मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले नडेला ने साल 2014 में माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन किया था।

अल्फाबेट इंक सीईओ- सुंदर पिचाई

गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में भी भारतीय मूल के सीईओ हैं। जिन सर्विसों के दम पर आज गूगल अरबों डॉलर की कमाई करता है उनमें सुंदर पिचाई का सबसे ज्यादा रोल है। नई सर्विस आने से पहले बुनियादी स्ट्रकचर बनाने की जिम्मेदारी इनकी ही रहती है। पिचाई साल 2004 से गूगल के साथ काम कर रहे हैं। पिचाई को 10 अगस्त 2015 को गूगल का अगला सीईओ चुना गया था।

अडोबी- शांतनु नारायण

अडोबी इंक के सीईओ शांतनु नारायण भी भारतीय मूल के हैं। ये 1998 से सॉफ्टवेयर डेवलप करने वाली कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं। इन्होंने कुछ समय एपल और सिलिकॉन ग्राफिक्स के लिए भी काम किया है।

IBM सीईओ- अरविंद कृष्णा

इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (IBM) के सीईओ पद पर काम कर रहे अरविंद कृष्णा भी भारतीय हैं। इन्होंने आईआईटी कानपुर से स्नातक डिग्री ली है। आईबीएम को आगे बढ़ाने में इनकी अहम भूमिका रही है।

माइक्रोन टेक्नोलॉजी सीईओ- संजय महरोत्रा

दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों में से एक और मेमोरी बनाने वाली अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय महरोत्रा भी भारतीय हैं। यह कंपनी डायनेमिक रैंडम-एक्सेस मेमोरी, फ्लैश मेमोरी और यूएसबी फ्लैश ड्राइव सहित कंप्यूटर मेमोरी और कंप्यूटर डेटा स्टोरेज से जुड़े काम करती है।

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