मिलावटखोरों को पकड़ने अब आधार से माल बुकिंग की तैयारी
मिलावटखोरों को पकड़ने अब आधार से माल बुकिंग की तैयारी
भिंड, मुरैना से आने वाले मावा व पनीर की सप्लाई ग्वालियर के रास्ते होती है, लेकिन मिलावटखोर शहर से 10-15 किलोमीटर दूर जाकर माल बसों में चढ़ाते हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग की नाकेबंदी फेल हो जाती है। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग माल बुकिंग करने के लिए आधार कार्ड का लिंक करना अनिवार्य करेगा। इससे मिलावटी सामग्री बनाने वालों को ट्रेक किया जा सकेगा।
- स्वास्थ्य विभाग का अनुमान, आसानी से पता चल जाएगा बुकिंग करने वाले का ठिकाना
- व्यवस्था को लागू कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग की मदद लेगा
- भिंड, मुरैना से आने वाले मावा व पनीर की सप्लाई ग्वालियर के रास्ते होती है
ग्वालियर। मिलावटी खाद्य पदार्थ को पकड़ने अब माल बुकिंग के लिए आधार नंबर लिंक कराना अनिवार्य किए जाने की तैयारी चल रही है। आधार लिंक न होने पर माल बुक नहीं किया जाएगा। इस व्यवस्था से बाहर भेजे जाने वाले माल के मालिक का पता आसानी से चल जाएगा। व्यवस्था को लागू कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग की मदद लेगा। अभी तक इस तरह की व्यवस्था न होने के कारण बस व ट्रेन के जरिए मिलावटी खाद्य पदार्थ आसानी से दूसरे राज्यों में भेजे जा रहे हैं।
माल बुकिंग के दौरान आधार नंबर लिंक होने से न केवल यह पता चल सकेगा कि क्या भेजा गया है बल्कि भेजने वाली की पहचान भी सुनिश्चित होगी। अभी तक बिना पहचान के कोई कहीं भी माल भेज देता है। त्यौहार नजदीक आते ही मावा व पनीर को बाहर भेजने के लिए मिलावटखोर बुकिंग शुरू कर देते हैं। मिलावटखोरों की इसी व्यवस्था पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने आधार कार्ड लिंक कराने की व्यवस्था पर काम शुरू कर दिया है।
- भिंड, मुरैना से आने वाले मावा व पनीर की सप्लाई ग्वालियर के रास्ते होती है, लेकिन मिलावटखोर शहर से 10-15 किलोमीटर दूर जाकर माल बसों में चढ़ाते हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग की नाकेबंदी फेल हो जाती है। मिलावटखोरों की इस व्यवस्था को ध्वस्त करने के लिए ही अब आधार कार्ड से बुकिंग करने का निर्णय लिया गया है। ट्रेन से माल बाहर भेजने के लिए की जाने वाली बुकिंग में भी आधार नंबर अनिवार्य किया जाएगा।
बस व ट्रेन के जरिए बाहर जाने वाले माल की बुकिंग आधार नंबर से हो इसके लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए परिवहन विभाग की मदद ली जाएगी। इस व्यवस्था से फायदा यह हाेगा की माल बुक करने वाले के साथ उनके पते को ट्रेस किया जा सकेगा।
डा. सचिन श्रीवास्तव, सीएमएचओ
नगर निगम ने गंदगी फैलाने वालों से वसूला जुर्माना
गंदगी करने वाले दुकानदार एवं जिन घरों में मच्छरों के लार्वा पाए जा रहे हैं, उन शहरवासियों पर नगर निगम के स्वच्छता विभाग द्वारा नियमित रूप से जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है। इस क्रम में सोमवार को निगम के अमले ने निगमायुक्त के निर्देश पर जुर्माने की कार्रवाई की।
निगम के स्वास्थ्य अधिकारी किशोर चौहान ने वार्ड क्रमांक 57 में निरीक्षण कर गंदगी करने वाले दुकानदारों से दो हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया। इसके अलावा उन्हें समझाइश दी गई कि आगे से गंदगी ना फैलाएं और दुकान के बाहर दो-दो डस्टबिन रखकर उनमें गीला-सूखा कचरा अलग-अलग रखवाना सुनिश्चित करें।