अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होता है राष्ट्रपति चुनाव?
US Election Day: 170 साल का इतिहास…अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होता है राष्ट्रपति चुनाव?
अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. गौर करने वाली बात ये है कि अमेरिका में चुनाव हमेशा नवंबर के पहले मंगलवार को होता है. ये प्रथा 170 साल से चली आ रही है. ऐसा क्यों होता आ रहा है, ये जानना भी जरूरी है. इस स्टोरी में हम आपको इसी का जवाब दे रहे हैं.
दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. मुकाबला ड्रेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है. कमला हैरिस अगर जीतती हैं तो वह पहली बार राष्ट्रपति बनेंगी, जबकि ट्रंप जीतते हैं तो वह दूसरी बार इस पद पर काबिज होंगे. अमेरिकी राजनीति के इन दो दिग्गजों के बीच हो रही टक्कर पर पूरी दुनिया की नजरें हैं. वहीं, अमेरिकी चुनाव से जुड़ी कई रोचक जानकारियों इतिहास के पन्नों में दर्ज है. उन्हीं में से एक मंगलवार को होने वाली वोटिंग है. दरअसल, अमेरिका में नवंबर महीने के पहले मंगलवार को वोट डाले जाते हैं. ऐसा 170 साल से चला आ रहा है.
2024 में अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव 5 नवंबर को है, वैसे ही 2028 में 7 नवंबर (मंगलवार) को वोट डाले जाएंगे और 2032 में 2 नवंबर (मंगलवार) को वोटिंग होगी. अमेरिका में हर 4 साल पर राष्ट्रपति का चुनाव होता है. वहां के लोग देश का राष्ट्रपति चुनते हैं.
मंगलवार को ही क्यों वोटिंग?
23 जनवरी, 1845 में अमेरिकी कांग्रेस में अधिनियम पारित हुआ था, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव कराने के लिए एक समान समय की बात कही गई. अधिनियम में कहा गया है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचकों को प्रत्येक राज्य में नवंबर के पहले मंगलवार को नियुक्त किया जाएगा. इसका कारण 1845 से पहले के ग्रामीण अमेरिका से संबंधित है.
इतिहास बताता है कि पुराने समय में नागरिकों को वोट देने के लिए 34 दिनों का समय होता था. इसे दिसंबर के पहले बुधवार तक करना होता था. यह तर्क दिया गया कि जिन राज्यों ने जल्दी चुनाव कराए वे संभावित रूप से बाद में मतदान करने वाले राज्यों की राय को प्रभावित कर सकते हैं. इस समस्या से निपटने के लिए अमेरिकी कांग्रेस ने आम चुनाव कराने के लिए एक निश्चित तारीख चुनने का फैसला किया.
मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एक ऐसी तारीख ढूंढने की जरूरत थी जो मतदाताओं के लिए सबसे उपयुक्त हो. ओवरसीज वोट फ़ाउंडेशन संगठन के अनुसार, कानून पारित होने के समय अधिकांश अमेरिकी किसान थे. किसान या ग्रामीण आबादी मतदान स्थलों से बहुत दूर रहती थी, इसलिए सांसदों को उनकी यात्रा के दिनों को ध्यान में रखना पड़ता था.
उन्होंने वीकेंड पर वोटिंग के ऑप्शन को किनारे कर दिया, क्योंकि अधिकांश अमेरिकी रविवार को चर्च जाते थे. वहीं, शुरुआती दिनों में अमेरिका में किसानों के लिए बुधवार मार्केट का दिन था. इसलिए, उन्होंने मंगलवार को चुना, क्योंकि इससे लोगों को सोमवार को यात्रा करने की अनुमति मिल गई. 1800 के दशक में कारें नहीं थीं और लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने में थोड़ा समय लगता था. ये बातें ध्यान में रखते हुए नवंबर का पहला मंगलवार चुनाव गया और 1875 से ये प्रथा चली आ रही है.
नवंबर में ही क्यों इलेक्शन डे?
कृषि संस्कृति यह भी बताती है कि इलेक्शन डे हमेशा नवंबर में ही क्यों पड़ता है. वसंत ऋतु किसानों के लिए खेती का समय होता है.गर्मियों में उन्हें खेत में काम करना पड़ता था. ऐसे में नवंबर की शुरुआत तक कटाई हो चुकी थी. इतिहास बताता है कि ऐसा माना जाता था कि वसंत और गर्मियों की शुरुआत में चुनाव से किसानों को खेती करने में दिक्कत होती थी. ऐसे में नवंबर का पहला हफ्ता ही बेहतर विकल्प बचा.
चुनाव में किसके लिए वोट करते हैं अमेरिकी
हर अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान करता है. नवंबर में जब अमेरिकी चुनाव में जाएंगे तो वे अपने पसंदीदा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उसके साथी (उपराष्ट्रपति) को चुनेंगे. सीधे शब्दों में कहें तो जब लोग अपना वोट डालते हैं तो वे वास्तव में लोगों के एक समूह के लिए मतदान कर रहे होते हैं, जिन्हें निर्वाचक कहा जाता है.