शादी के लिए बजट फिक्स करें:प्री-प्लानिंग से लाखों की बचत करें ?

शादी के लिए बजट फिक्स करें:प्री-प्लानिंग से लाखों की बचत करें, खर्चों को सही अनुपात में बांटना जरूरी

देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू चुका है। भारत में शादियां किसी त्योहार से कम नहीं हैं। हर साल करीब एक करोड़ लोग शादी के बंधन में बंधते हैं।

घरेलू ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इस नवंबर से मिड दिसंबर के बीच करीब 35 लाख शादियां होगीं, जिनमें 4.25 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।

शादी के लिए एक बजट फिक्स करना जरूरी है। ऐसा न करने से कहीं ज्यादा तो कहीं कम खर्च हो सकता है।

ऐसे में अगर आप भी अपनी वेडिंग प्लान कर रहे हैं तो इसकी एडवांस प्लानिंग कर लें। इससे आप चीजों को सही तरीके से मैनेज कर पाएंगे और खर्च का ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ेगा।

…. बात करेंगे कि शादी के लिए एडवांस तैयारी कैसे करें? साथ ही जानेंगे कि-

  • शादी के लिए स्मार्ट बजट कैसे बना सकते हैं?
  • शादी की फिजूलखर्ची से कैसे बच सकते हैं?

एक्सपर्ट: कपूर, वेडिंग प्लानर, प्रयागराज

सवाल- भारत में शादियों में लोग कितना खर्च करते हैं?

जवाब- देश में शादियों का सीजन किसी त्योहार से कम नहीं होता है। शादी समारोह में अब कई तरह के कार्यक्रमों का चलन बढ़ रहा है। सगाई, मेहंदी, शादी, फिर रिसेप्शन जैसे उत्सव खूब धूमधाम से मनाए जाते हैं। यही वजह है कि शादियों में अधिक खर्च करने की प्रवृत्ति भी तेजी से बढ़ रही है।

ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंकिंग फर्म जेफरीज की रिपोर्ट की मुताबिक, भारत में इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री का मार्केट करीब 12.7 लाख करोड़ रूपए तक पहुंच गया है, जो फूड और ग्रॉसरी के बाद दूसरे नंबर की सबसे बड़ी इंडस्ट्री हो चुकी है। आने वाले वर्षों में इसके और बड़ा होने की संभावना है। देश का हर परिवार औसतन एक शादी पर लगभग 12 लाख रुपए खर्च करता है।

यह रिपोर्ट बताती है कि इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री का मार्केट अमेरिका की वेडिंग इंडस्ट्री से आगे निकल चुका है। हालांकि चीन के वेडिंग मार्केट से यह अभी पीछे है।

नीचे ग्राफिक में दिए कुछ आंकड़ों से इसे आसानी से समझिए।

सवाल- भारतीय शादियों में किन चीजों पर सबसे ज्यादा खर्च होता है?

जवाब- किसी भी शादी का खर्च कई चीजों पर निर्भर करता है। इसमें मेहमानों की संख्या, शादी का वैन्यू और व्यक्तिगत पसंद जैसी कई चीजें शामिल होती हैं। इसका कोई तय पैमाना नहीं है कि एक शादी में कितना खर्च आएगा।

सबसे पहले उन चीजों को समझते हैं, जो आपकी शादी की कुल लागत को निर्धारित करते हैं। इससे आप यह तय कर पाएंगे कि शादी में कैसे और किस तरीके से बजट को सीमित करना है।

सवाल- शादी के खर्चों को कैसे कम कर सकते हैं?

जवाब- महंगाई के बावजूद भारतीय मिडिल-क्लास परिवारों में शादियों पर किया जाने वाला खर्च औसत बजट से कई गुना ज्यादा होता है। शादी की लागत मुख्य रूप से दो चीजों पर निर्भर करती है। पहला अनिवार्य खर्च और दूसरा सहायक खर्च।

शादियों में कुछ खर्चे ऐसे होते हैं, जिनसे आप चाहकर भी नहीं बच सकते हैं। जैसेकि वैन्यू, कपड़े, भोजन, ज्वेलरी, सजावट, शादी के कार्ड, फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी।

इसके अलावा कुछ सहायक खर्चे भी होते हैं, जो शादी के मुख्य खर्चों से अलग होते हैं। जैसेकि बैंड-बाजा, आतिशबाजी, मेहमानों की लिस्ट, गिफ्ट, मेकअप और हेयर स्टाइलिंग की चीजें। इन सभी चीजों में अपनी जरूरत के अनुसार बदलाव किया जा सकता है।

नीचे ग्राफिक में कुछ पॉइंट्स दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप शादी के फिजूलखर्च से बच सकते हैं।

इसके अलावा शादी के बजट को प्रतिशत के मुताबिक फिक्स करने के लिए कुछ टिप्स अपना सकते है। इसकी मदद से आप खर्चों को सीमित कर पाएंगे। इसे नीचे दिए गए ग्राफिक से इसे समझिए-

सवाल- वैन्यू और डेस्टिनेशन के खर्चे को कैसे कम कर सकते हैं?

जवाब- आज के समय में शादी के कुल बजट का एक बड़ा हिस्सा वैन्यू पर खर्च होता है। छोटे बैंक्वेट हॉल, होटल से लेकर फार्महाउस तक सभी की कीमत अलग-अलग है। इसमें मेहमानों और कार्यक्रमों की संख्या खर्च को कई गुना बढ़ा सकती है।

इस खर्च को कम करने के लिए हर फंक्शन के लिए अलग-अलग दिन, होटल या फार्महाउस की बुकिंग न करें। इसकी जगह शादी के छोटे-छोटे कार्यक्रम घर पर ही आयोजित कर सकते हैं। इससे शादी की कुल लागत में कमी लाई जा सकती है।

इसके अलावा शादियों के सीजन में वैन्यू और डेस्टिनेशन का प्राइस कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए कुछ महीने पहले ही एडवांस बुकिंग करवा लें।

सवाल- डेकोरेशन पर होने वाले खर्च को कैसे कम कर सकते हैं?

जवाब- शादियों में कई अलग-अलग कार्यक्रम होते हैं। हर कार्यक्रम में सजावट का बड़ा महत्व है। विवाह स्थल के एंट्री गेट से लेकर स्टेज और मंडप तक रंग-बिरंगे फूलों की सजावट होती है। भारतीय शादियों में कुल लागत का लगभग 8-10% सजावट पर ही खर्च होता है।

इसके लिए हम कुछ चुनिंदा जगहों पर असली फूलों के बजाय आर्टिफिशियल फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि असली फूलों की कीमत ज्यादा होती है।

सवाल- शादी के लिए स्मार्ट खरीदारी कैसे कर सकते हैं?

जवाब- खरीदारी करते समय कुछ स्मार्ट शॉपिंग टिप्स अपनाकर पैसे बचा सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए पॉइंट्स को देखिए-

  • कुछ चीजों की ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं।
  • इससे छूट और कैशबैक जैसे ऑफर्स मिल सकते हैं।
  • इसके लिए ई-कॉमर्स वेबसाइट्स की सेल पर नजर बनाए रखें।
  • कई ई-कॉमर्स साइट्स पर सामान के रेट की तुलना कर सकते हैं।
  • जो खरीदारी बल्क में करनी है, वो शहर के थोक विक्रेता या व्यापारी से ही खरीदें।
  • एक साथ ढेर सारी खरीदारी करने पर डिस्काउंट भी अच्छा मिल जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *