मादक पदार्थों के चंगुल में फंसी दिल्ली के युवाओं की जिंदगी ?

Delhi : मादक पदार्थों के चंगुल में फंसी दिल्ली के युवाओं की जिंदगी, राजधानी में खतरनाक स्तर तक पहुंची खपत

आसानी से उपलब्ध होने के कारण युवा ही नहीं, बच्चे भी नशे के शिकार हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़े भी बताते हैंं कि इस साल कोकीन, हेरोइन और गांजा तस्करी में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है।
Lives of Delhi's youth trapped in the clutches of drugs
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राजधानी में मादक पदार्थों की खपत खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। यह आसानी से उपलब्ध होने के कारण युवा ही नहीं, बच्चे भी नशे के शिकार हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़े भी बताते हैंं कि इस साल कोकीन, हेरोइन और गांजा की तस्करी में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक, इस साल पुलिस ने मादक द्रव्य की तस्करी में लिप्त 1520 तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनसे 73.3 किलो हेरोइन व स्मैक, 1293.3 किलो कोकीन, 4257.3 किलो गांजा, 103.7 किलो अफीम, 50.5 किलो चरस व 80.5 किलो खसखस बरामद किया गया है।

इसमें चौकाने वाली बात यह है कि पिछले साल की तुलना में कोकीन की तस्करी में 85 गुणा की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, हेरोइन की तस्करी में 14.8 फीसदी और गांजा की तस्करी में 49.07 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

राजधानी में नशीले पदार्थ की खपत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली पुलिस ने हाल ही में हजारों करोड़ रुपये कीमत की कोकीन और गांजा बरामद किया है। पुलिस ने 562 किलोग्राम कोकीन जिसकी कीमत 5,620 करोड़ और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त किया था, जिसकी कीमत 200 करोड़ रुपये हैं। इसके अलावा पुलिस कई बड़ी खेप बरामद कर चुकी है।

पुलिस राजधानी में सक्रिय ड्रग्स तस्करों व आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ अभियान चला रही है। दिल्ली पुलिस इनसे न केवल मादक पदार्थ को जब्त कर रही है, बल्कि प्रतिदिन सक्रिय तस्करों और सप्लायरों को गिरफ्तार कर रही है।

2027 तक दिल्ली को नशा मुक्ति करने का लक्ष्य
दिल्ली पुलिस एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के विशेष आयुक्त देवेश चंद श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस 2027 तक दिल्ली को नशा मुक्ति करने का लक्ष्य है। दिल्ली पुलिस ने मादक द्रव्य तस्करी के खिलाफ दिसंबर में पायलट प्रोजेक्ट चला रही है। इसके तहत नारकोटिक्स टास्क फोर्स जिला पुलिस और जनता की मदद से नशा के खिलाफ अभियान चला चला रही है।

नशा सप्लायरों पर कड़ी कार्रवाई
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस मादक द्रव्य के बड़े सप्लायरों के वित्तीय जांच कर रही है। इस साल पुलिस ने छह बड़े सप्लायरों के खिलाफ कार्रवाई की है। पिट एनडीपीएस अधिनियम के तहत कार्रवाई करके सक्रिय तस्करों के नेटवर्क को नष्ट कर रही है। एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स और जिला पुलिस कई अन्य ड्रग्स तस्करों के खिलाफ भी एनडीपीएस प्रस्ताव तैयार कर रही है। पुलिस ने जिन सप्लायरों के खिलाफ कार्रवाई की है, इनके करोड़ों की संपत्ति को जब्त करने के आदेश दिए हैं।

ड्रग्स के खतरे से बचाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस दिसंबर में ड्रग्स के खिलाफ पायलट प्रोजेक्ट चला रही है। इसका मकसद दिल्ली में युवाओं और बच्चों को ड्रग्स के खतरे से बचाना है। इसके तहत तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के साथ साथ समाज के सभी वर्गों से जागरूकता पैदा करना है।

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