महिला विधायक चुनने में 1998 का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाई दिल्ली, पांच बार महिला सीएम भी मिलीं

Delhi Election: महिला विधायक चुनने में 1998 का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाई दिल्ली, पांच बार महिला सीएम भी मिलीं
दिल्ली महिला विधायक चुनने में 1998 का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाई है। साल 1998 में नौ महिलाएं दिल्ली में विधायक बनी थीं। इसके पहले और बाद में महिला विधायकों की इतनी संख्या नहीं रही।
delhi election 2025 
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करीब 71.73 लाख महिला मतदाता सभी राजनीतिक दलों की घोषणाओं और वादों के केंद्र में हैं। कई पार्टियों ने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं कुछ के बाकी हैं। पांच बार महिला मुख्यमंत्री को भी पिछले सात चुनाव में दिल्ली देख चुकी है। 

इसके बावजूद मतदाता बतौर विधायक महिलाओं को अपनी नुमाइंदगी नहीं सौंप रहे हैं। अब तक हुए चुनाव में 1998 में दिल्ली से 9 महिला विधायक बनी थीं। यह रिकॉर्ड पहले या बाद में अब तक हुए चुनाव में नहीं टूट पाया है। इस बार यह रिकॉर्ड टूटेगा या बरकरार रहेगा यह फरवरी में मतगणना के बाद पता चलेगा।

बीते सात चुनावों में 39 महिलाएं दिल्ली में विधायक बनी। इनमें कांग्रेस की 20, आप की 17, भाजपा की दो विधायक रही हैं। 1993 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में तीन महिला विधायक बनी थीं। इनमें कांग्रेस से कृष्णा तीरथ, ताजदार बाबर और भाजपा से पूर्णिमा सेठी थीं। 

1998 में कांग्रेस से शीला दीक्षित विधायक और फिर सीएम बनीं तब सबसे ज्यादा 9 महिला विधायक थीं। इनमें कांग्रेस से 8 और 9वीं विधायक बीजेपी से सुषमा स्वराज थीं। विधायक बनने से पहले 1998 में सुषमा स्वराज थोड़े समय के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थीं। 

2003 में सात महिलाएं बनी विधायक
शीला और सुषमा के अलावा कांग्रेस के टिकट पर दोबारा कृष्णा तीरथ, ताजरार बाबर विधायक बनीं। वहीं किरण चौधरी, सुशीला देवी, अंजलि राय, दर्शना, मीरा भारद्वाज पहली बार विधायक बनी थीं। फिर 2003 में हुए चुनाव में 7 महिलाएं विधायक बनी। 
2015 में छह महिला विधायक बनीं, सभी आप से थीं

2008 में चौथे विधानसभा चुनाव में तीन महिला विधायक बनीं। इनमें मुख्यमंत्री शीला दीक्षित समेत तीनों कांग्रेस से थीं। 2013 में जब आप अस्तित्व में आई, तब तीन महिलाएं वीणा आनंद, राखी बिड़लान, वंदना कुमारी विधायक बनीं। यह तीनों आप से प्रत्याशी थीं। 2015 में 6 महिला विधायक बनीं और सभी आप से थीं।
2020 विधानसभा चुनाव में यह रही थी महिलाओं की स्थिति
2020 में हुए विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 672 उम्मीदवार थे। इनमें से महिलाओं की संख्या 79 थी। कांग्रेस ने 10, आम आदमी पार्टी ने 9, भाजपा ने 3 महिलाओं को टिकट दिया था। इनमें 8 महिलाएं विधायक बनीं। यह सभी आप से थीं।
2025 चुनाव में अब तक की स्थिति
भाजपा अब तक अपने 58 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है। इनमें 7 महिला प्रत्याशी हैं। पहली सूची में 2 महिलाओं के नाम थे। दूसरी सूरी में 5 महिलाओं को टिकट दिया गया। आम आदमी पार्टी सभी 70 विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। इसमें 10 महिलाओं को टिकट दिया गया है। कांग्रेस ने अभी तक 47 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। इनमें 3 महिलाओं को टिकट दिया है।
 
पांच बार महिला मुख्यमंत्री भी मिली
कांग्रेस से शीला दीक्षित 1998, 2003, 2008 में तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं। 1998 में सुषमा स्वराज बीजेपी से मुख्यमंत्री बनी थीं। 2024 में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आप से आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी हैं।
एक भी महिला कभी निर्दलीय विधायक नहीं बनी
दिल्ली में कई निर्दलीय विधायक बन चुके हैं, लेकिन एक भी महिला कभी निर्दलीय विधायक नहीं बनी हैं। भाजपा, कांग्रेस, आप से टिकट पाने वाली महिलाएं ही विधायक बनी हैं।

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