पत्रकार को अपशब्द कहने पर जॉन ने मांगी माफी !
पत्रकार को अपशब्द कहने पर जॉन ने मांगी माफी, बोले- अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली थी

फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम को अपनी फिल्मों के ट्रेलर रिलीज या दूसरे सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाना अच्छा नहीं लगता। अपनी नई फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ के लिए भी वह पत्रकारों से अलग-अलग ही मिल रहे हैं, फिल्म के निर्देशक शिवम नायर के साथ इस फिल्म की खासियतों के बारे में भी बता रहे हैं। ‘अमर उजाला’ से बातचीत के दौरान उन्होंने इस फिल्म के अलावा बीते साल रिलीज हुई फिल्म ‘वेदा’ के ट्रेलर लॉन्च कार्यक्रम में हुए हादसे के बारे में भी बात की और पहली बार कैमरे के सामने माना कि इसमें गलती उनकी ही थी। ये बातचीत ‘अमर उजाला’ के खास कार्यक्रम ‘शुक्ल पक्ष’ के लिए रिकॉर्ड हुई है और जल्द ही ‘अमर उजाला’ के यूट्यूब चैनल व फेसबुक पेज पर प्रकाशित की जाएगी।

जॉन अब्राहम – फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
पहली बार शिवम नायर से मिले
पाकिस्तान में तैनात रहे भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी जे पी सिंह के जीवन पर बनी फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ की शूटिंग बीते साल ही खत्म हो गई थी। लेकिन, जॉन बताते हैं, “फिल्म के निर्देशक शिवम नायर को हर सीन को करीने से एडिट करने और उसमें कहीं बी कोई खामी न रहने देने का जुनून सा रहता है। वह फिल्म को शूट करने के बाद एडिट टेबल पर भी काफी करीने से संवारते हैं और उनके इसी जुनून को देखकर मुझे उनके साथ काम करना बहुत अच्छा लगा। इस फिल्म के लिए ही मैं और शिवम पहली बार मिले।”
पाकिस्तान में तैनात रहे भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी जे पी सिंह के जीवन पर बनी फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ की शूटिंग बीते साल ही खत्म हो गई थी। लेकिन, जॉन बताते हैं, “फिल्म के निर्देशक शिवम नायर को हर सीन को करीने से एडिट करने और उसमें कहीं बी कोई खामी न रहने देने का जुनून सा रहता है। वह फिल्म को शूट करने के बाद एडिट टेबल पर भी काफी करीने से संवारते हैं और उनके इसी जुनून को देखकर मुझे उनके साथ काम करना बहुत अच्छा लगा। इस फिल्म के लिए ही मैं और शिवम पहली बार मिले।”

जॉन अब्राहम – फोटो :
सौरभ सचदेवा से लिया प्रशिक्षण
शिवम नायर की गिनती हिंदी सिनेमा के उन काबिल निर्देशकों में होती रही है, जिन्होंने कभी अपने काम का प्रचार-प्रसार नहीं किया। हिंदी में बनी सबसे अच्छी पांच वेब सीरीज में शामिल रही जासूसी सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’ में उनका काम पहली बार दुनिया भर के दर्शकों ने देखा। इस सीरीज के उन सारे दृश्यों का, जो भारत में शूट किए गए हैं, उनका निर्देशन शिवम ने ही किया है। जॉन कहते हैं, “फिल्म की कहानी जब मेरे पास आई और जब मैं फिल्म के निर्देशक शिवम नायर से मिला तो उनकी तैयारी देख मैं काफी प्रभावित हुआ। इसके बाद शिवम के साथ मैंने कई बार इसकी पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी और शूटिंग शुरू होने से पहले एक्टिंग कोच सौरभ सचदेवा के साथ इस किरदार की बारीकियां भी समझी हैं।”
शिवम नायर की गिनती हिंदी सिनेमा के उन काबिल निर्देशकों में होती रही है, जिन्होंने कभी अपने काम का प्रचार-प्रसार नहीं किया। हिंदी में बनी सबसे अच्छी पांच वेब सीरीज में शामिल रही जासूसी सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’ में उनका काम पहली बार दुनिया भर के दर्शकों ने देखा। इस सीरीज के उन सारे दृश्यों का, जो भारत में शूट किए गए हैं, उनका निर्देशन शिवम ने ही किया है। जॉन कहते हैं, “फिल्म की कहानी जब मेरे पास आई और जब मैं फिल्म के निर्देशक शिवम नायर से मिला तो उनकी तैयारी देख मैं काफी प्रभावित हुआ। इसके बाद शिवम के साथ मैंने कई बार इसकी पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी और शूटिंग शुरू होने से पहले एक्टिंग कोच सौरभ सचदेवा के साथ इस किरदार की बारीकियां भी समझी हैं।”

जॉन अब्राहम – फोटो
गलतियों से सीखना ही बड़े होने की निशानी
ये पूछे जाने पर कि पचास साल की उम्र पार होने के बाद अमूमन इंसान का गुस्सा कम होने लगता है, तो क्या जॉन भी अपने भीतर ये बदलाव महसूस करते हैं। जॉन कहते हैं, “हां, मैं अब उतना गुस्सा नहीं करता। अपनी बात कहने में मैं अब भी पीछे नहीं रहता, लेकिन अब मैं अपने उत्तरों को डिप्लोमैटिक तरीके से पेश करना सीख गया हूं। पहले मैं जो कुछ भी मन में आता था, कह देता था, लेकिन मुझे लगता है गलतियों से सबक लेना ही किसी इंसान के प्रौढ़ होने की निशानी है।”
ये पूछे जाने पर कि पचास साल की उम्र पार होने के बाद अमूमन इंसान का गुस्सा कम होने लगता है, तो क्या जॉन भी अपने भीतर ये बदलाव महसूस करते हैं। जॉन कहते हैं, “हां, मैं अब उतना गुस्सा नहीं करता। अपनी बात कहने में मैं अब भी पीछे नहीं रहता, लेकिन अब मैं अपने उत्तरों को डिप्लोमैटिक तरीके से पेश करना सीख गया हूं। पहले मैं जो कुछ भी मन में आता था, कह देता था, लेकिन मुझे लगता है गलतियों से सबक लेना ही किसी इंसान के प्रौढ़ होने की निशानी है।”

वेदा की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जॉन अब्राहम
मैं अपनी गलती के लिए क्षमा मांगता हूं!
और, ऐसी ही गलती उनसे बीते साल फिल्म ‘वेदा’ के ट्रेलर रिलीज कार्यक्रम में एक पत्रकार के सवाल के जवाब में अपशब्द कहने की हुई? जॉन शायद इस सवाल के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन, बात की संजीदगी को समझते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि हां उनसे गलती हुई। जॉन कहते हैं, “मुझे इस तरह से अपनी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थी। वह ‘बेचारा’ तो अपना काम ही कर रहा था। मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। मैं आमतौर पर ऐसे कार्यक्रमों में जाना टालता ही हूं। तब भी मैंने कहा था कि मुझे मत बुलाओ, अब देखिए ना, मैंने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली थी।” फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ 14 मार्च को रिलीज हो रही है।
और, ऐसी ही गलती उनसे बीते साल फिल्म ‘वेदा’ के ट्रेलर रिलीज कार्यक्रम में एक पत्रकार के सवाल के जवाब में अपशब्द कहने की हुई? जॉन शायद इस सवाल के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन, बात की संजीदगी को समझते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि हां उनसे गलती हुई। जॉन कहते हैं, “मुझे इस तरह से अपनी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थी। वह ‘बेचारा’ तो अपना काम ही कर रहा था। मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। मैं आमतौर पर ऐसे कार्यक्रमों में जाना टालता ही हूं। तब भी मैंने कहा था कि मुझे मत बुलाओ, अब देखिए ना, मैंने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली थी।” फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ 14 मार्च को रिलीज हो रही है।