ग्वालियर : सड़कें बनाना तो दूर पेचवर्क नहीं कर रही नगर निगम ?
- ग्राउंड रिपोर्ट – सड़कों पर खतरनाक गड्ढों में रात में गिरकर घायल हो रहे दो पहिया वाहन चाल
शहर में सड़कों की स्थिति दिन प्रति दिन खराब हो रहे हैं। स्थिति यह है कि नगरीय क्षेत्र के 66 वार्डों में नई सड़कों का निर्माण बजट के अभाव में नहीं हो पा रहा है। वहीं स्थिति यह है कि जो सड़कें खुदी हुई हैं नगर निगम के अफसर उनके गड्ढों को भी नहीं भर पा रहे है। हालात ऐसे हैं कि दो पहिया वाहन चालक खतरनाक गड्ढों में रात के वक्त गिर रहे है।
शहर की चार प्रमुख सड़कों की स्थिति ऐसी है जहां हर 100 मीटर में औसतन 300 से ज्यादा गड्ढे हैं। सड़कों की पेच रिपेयरिंग न होने पर पहले जिम्मेदार दोनों प्लांट चालू न होने की बात कह रहे थे। अब मिक्सर प्लांट के पुराने होने की बात कह रहे हैं। निगम का जनकार्य विभाग सड़कों के निर्माण का काम देखता है। पेच रिपेयरिंग कार्य अलग से सेल देखती है। लेकिन दोनों विभाग के अधिकारी न तो सड़कें बना पा रहे हैं और न ही सड़कों पर हुए गड्ढों को भर पा रहे है।

नगर निगम के अफसरों का कहना…बजट के अभाव में बिगड़ी स्थिति, हकीकत- सिर्फ चुनिंदा जगह ही काम
कॉलोनी-मोहल्ला: सीवर-पानी की लाइन डालने खोदी सड़कें
मुख्य सड़कों के अलावा आमजन का दर्द कॉलोनी-मोहल्लों का भी है। शहर के अंदर कई स्थानों पर सीवर-पानी की लाइन डालने के लिए खुदाई की गई। काम भी पूरा हो गया लेकिन सड़कों का निर्माण नहीं किया गया। ऐसी स्थिति वर्तमान में दो उदाहरण के रूप में जयेंद्रगंज और मधुवन एनक्लेव ओहदपुर की बनी चुकी है। सेवा नगर में भी पानी की लाइन डालने के लिए खुदाई कर दी गई।
यहां कब तक बनेगी सड़क
सड़क खुदाई का काम चेतकपुरी (कुलदीप नर्सरी) से फूलबाग तक का चल रहा है। यहां स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज लाइन डालने का काम अलग कंपनी को और सड़क डालने का काम दूसरी कंपनी को मिला है। सड़क निर्माण के लिए सांसद की निधि से 3 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन राशि नहीं मिलने के कारण सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है।
पिंटो पार्क रोड ऐसी जहां से मरीज धूल के बीच गुजरने को मजबूर, मुख्य मार्ग पड़ाव भी बदहाल
- हुरावली चौराहा-बड़ागांंव चौराहा: ये सड़क पहले लंबे समय तक खराब थी। जैसे-तैसे पिछले साल सड़क बनाई गई। बारिश में सड़क पर गड्ढे होते चले गए। यहां वाहन निकालने में दिक्कत होती है।
- पिंटो पार्क से बिरला अस्पताल रोड: निगम ने पिंटो पार्क एरिया में एक तरफ की रोड का निर्माण किया था। फिर पैसों की कमी के कारण एक तरफ का मार्ग छोड़ दिया गया। ये पूरा मार्ग बिरला अस्पताल के आगे लगे ट्रैफिक सिग्नल तक बेकार हो चुकी है। यहां के गड्ढे ननि नहीं भर पा रहा है।
- पड़ाव से शान-शौकत तक: शहर की वीआईपी रोड कहलाती है। तब भी इसके हालत बिगड़ चुके है। यहां कई जगह पर छोटे-बड़े हो गड्ढे हो गए हैं। इनसे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
- माधवनगर चौराहा: यहां स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम के तहत माधव नगर चौराहे से हरीशंकरपुरम तक पाइप लाइन डाले हैं। काम पूरा हो चुका है। अब चौराहे पर सड़क बैठ चुकी है। यही स्थिति हरीशंकरपुरम रोड का है। उक्त ठेकेदार सड़क को ठीक तक नहीं करा रहा है।