एलोपैथी-आयुर्वेद विवाद: IMA ने PM मोदी को लिखा पत्र, रामदेव पर लगाया राजद्रोह का आरोप, कार्रवाई की मांग
योग गुरु रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बीच शुरू हुआ विवाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक जा पहुंचा है
योग गुरु रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बीच शुरू हुआ विवाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक जा पहुंचा है. IMA की तरफ से पीएम मोदी को पत्र लिखा गया है. इसमें कहा गया है कि पतंजलि के मालिक रामदेव के टीकाकरण पर गलत सूचना के प्रचार को रोका जाना चाहिए. IMA ने लिखा है कि एक वीडियो में उन्होंने (रामदेव) दावा किया कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद भी 10,000 डॉक्टर और लाखों लोग मारे गए हैं. उन पर राजद्रोह के आरोपों के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.
पत्र में IMA ने दुख जताते हुए कहा है कि एक तरफ IMA और पीएम मोदी खुद कोरोना टीके के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं, दूसरी तरफ पतंजलि के योग गुरु रामदेव दावा कर रहे हैं कि कोरोना टीके की दोनों खुराक लेने के बावजूद 10 हजार डॉक्टर्स के जान गंवा दी. आगे लिखा गया है कि रामदेव दावा कर रहे हैं कि एलोपैथी की वजह से ही लाखों लोगों की मौत हुई है.
आगे डॉक्टर्स की तारीफ करते हुए कहा गया है कि वे इस महामारी में फ्रंट लाइन वर्कर्स हैं और कोरोना की पहली लहर में 753 और दूसरी लहर में अबतक 513 डॉक्टर्स जान गंवा चुके हैं. लिखा है कि रामदेव का यह दावा कि 10 हजार डॉक्टर्स ने कोरोना टीका लगवाने के बाद भी जान गंवाई यह टीकाकरण के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को खराब करने वाला है. आगे कहा गया है कि रामदेव के खिलाफ राजद्रोह के तहत कार्रवाई होनी चाहिए.
IMA ने पत्र में किया कोरोना टीकाकरण का जिक्र
पत्र की शुरुआत में कोरोना टीकाकरण की बात की गई है. लिखा गया है कि देश में 20 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं और IMA टीकाकरण अभियान को दूर-दूर तक पहुंचाने की पूरी कोशिशों में लगा हुआ है. कहा गया है कि वैक्सीन को लेकर लोगों में जो हिचक थी, उसको भी IMA ने दूर करने की कोशिश की है.
आगे बताया गया है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट सिर्फ 0.06 फीसदी लोगों में देखने को मिले हैं. आगे पीएम मोदी का शुक्रिया किया गया है कि वह भी टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं.