नहीं हो रही सफाई:जहां सफाईकर्मी गायब थे; वहां से दूसरे दिन भी नहीं उठा कचरा, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में लापरवाही
शहर के सभी 66 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम लड़खड़ाया हुआ है। हर घर से कचरा कलेक्शन नहीं होने से सड़कों पर कचरा दिखाई दे रहा है। यही नहीं नगर निगम के उपायुक्त सत्यपाल सिंह चौहान को एक दिन पहले (शुक्रवार) को जिस स्थान पर सफाई मित्र अनुपस्थित मिले थे, वहां भी शनिवार को कचरा नहीं उठा। सड़क किनारे कचरा पड़ा होने से लोगों का यहां से निकलना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि बारिश के कारण कचरे से दुर्गंध आ रही है।
उपायुक्त चौहान ने दूसरे दिन भी शहर के वार्ड 30 और 58 में निरीक्षण किया। यहां 20 कर्मचारी नदारद मिले। वार्ड 30 में एक नियमित, 7 विनियमित और 5 आउटसोर्स के कर्मचारी काम पर नहीं पहुंचे थे। वार्ड-58 में एक नियमित और 6 विनियमित कर्मचारी गैरहाजिर थे। इन सभी का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण में प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक राकेश भारती नहीं मिले। भारती को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए।
जानिए…इन क्षेत्रों से नहीं उठाया जा रहा कचरा
- रामदास घाटी: यहां आदर्श कॉलोनी गेट-2 के सामने कचरे का ढेर लगा था। यहां रहने वाले कन्हैया का कहना है 4 दिन से कचरा गाड़ी नहीं आई।
- घोसीपुरा रेलवे स्टेशन के पास: यहां रेल पटरी के किनारे एक डंपर कचरा पड़ा था। काॅलोनी में रहने वाले प्रयाग कुमार का कहना है कि कचरा गाड़ी 5 दिन से नहीं आ रही है।
- डीआरपी लाइन: यहां बने सरकारी आवास में रहने वालों को मजबूरी में मुख्य द्वार पर ही कचरा डालना पड़ रहा है, क्योंकि गाड़ी नहीं पहुंचती है।
- मानसिक आरोग्यशाला के सामने: विनयनगर को जेल रोड से जोड़ने वाली सड़क पर दो ट्रैक्टर ट्राॅली कचरा पड़ा था। लोगों का कहना है कचरा गाड़ी रोज नहीं आती है।
- शहीद सरमन सिंह और दुर्गा विहार कॉलोनी: यहां कचरा गाड़ी कभी पहुंची ही नहीं। स्थानीय लोग घरों से निकला कचरा पास में बने तिकोनिया पार्क में डाल देते हैं।
कार्रवाई के बाद भी सड़कों पर पड़ा रहा कचरा
बहोड़ापुर चौराहे से कुछ दूरी पर रामाजी का पुरा और आदर्श मिल रोड है। यह वार्ड-1 में आता है। उपायुक्त को इन दोनों जगहों पर कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे। शनिवार को भी इन दोनों जगहों पर सड़क पर ही कचरा पड़ा रहा। इसी तरह आनंदनगर वार्ड-5 में गली-मोहल्लों पर कचरा सड़कों पर रहता है।