जिन अफसरों पर रोड की जिम्मेदारी, उनके घर के सामने वाली चकाचक… आम लोगों के लिए गड्ढों से भरपूर
ये तेरी सड़क ये मेरी सड़क….
मानसून सीजन बीतने को है और अभी भी भोपाल में बारिश का कोटा पूरा नहीं हुआ है। फिर भी शहर की सड़कें गड्ढों से भर गई हैं। इसके लिए सड़कों के लिए जिम्मेदार एजेंसियां बारिश को दोष दे रही हैं। कुछ सड़कों की दशा तो इतनी बुरी है कि उन पर पैदल भी सही सलामत नहीं गुजर सकते।
लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जिस नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और सीपीए (फिलहाल बंद हो रहा है) के पास इन सड़कों को बनाने और इनकी मरम्मत की जिम्मेदारी है, उनके अफसरों के घर के सामने की सड़कें चकाचक बनी हुई हैं। इन पर एक भी गड्ढे नहीं मिले।
जनता सड़क… पांच साल पहले पांच करोड़ में बनी, अब 500 से ज्यादा गड्ढे
यह है आम जनता की सड़क। सेंट्रल लाइब्रेरी से भोपाल टॉकीज की ओर जाने वाली दो किमी लंबी इस सड़क को 5 साल पहले 5 करोड़ रुपए में पीडब्ल्यूडी डिवीजन एक ने बनाया था। आज इस पर 500 से ज्यादा छोटे-बड़े गड्ढे हैं और ये मानसूनी बारिश के कारण नहीं हुए। दरअसल, पुराने शहर की इस प्रमुख सड़क को कोलार लाइन के लिए की गई खुदाई ने बर्बाद कर दिया है। इस पर रेस्टोरेशन नगर निगम ने किया, जो तीन-चार दिन ही चल सका।
3 साल बीते, 3 मानसून गुजरे, फिर भी सलामत हैं ये वीआईपी सड़कें

