नगर निगम की कार्रवाई:तीन कर संग्राहकों को नोटिस, कमिश्नर बोले- जांच के बाद दोषियों पर कराऊंगा एफआईआर

नगर निगम के जाेनल कार्यालयाें में संपत्तिकर की वसूली का काम प्राइवेट लाेगाें के हाथाें में साैंपने के मामले में बुधवार से जांच शुरू कर दी गई। ,,,, द्वारा बुधवार को सालाना 70 कराेड़ संपत्तिकर की वसूली..शीर्षक से प्रकाशित खबर के आधार पर निगमायुक्त किशोर कन्याल ने जांच के निर्देश दिए।

इस पर अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव और मुकुल गुप्ता ने रेस कोर्स रोड स्थित जोनल कार्यालय 10, नई सड़क स्थित जोनल कार्यालय 15 और जीवाजीगंज स्थित जोनल कार्यालय 16 पर पहुंचकर जांच शुरू की। दाेनाें अफसराें ने भास्कर की न्यूज़ कटिंग दिखाकर कर संग्राहकों एवं कर्मचारियों से जाेनल दफ्तराें में काम कर रहे प्राइवेट युवकों के बारे में पूछताछ की।

रेसकोर्स रोड स्थित जोनल कार्यालय 10 पर अपर आयुक्त श्रीवास्तव ने कर संग्राहक भूपेश श्रीवास से पूछा कि जब इनको जानते नहीं हो तो यह लोग आप के दफ्तर में कैसे काम कर रहे थे? इस पर भूपेश ने बताया वह तो फील्ड में निकल जाता था, अब मेरे पीठ पीछे कौन दफ्तर में आया और कौन क्या कर के चला गया, मुझे नहीं पता।

इस पर श्रीवास्तव ने फटकार लगाते हुए कहा, क्या सरकारी कार्यालय इस तरह से काम करते हैं कि पता ही नहीं है, आपकी गैरमौजूदगी में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है। शेष दोनों जोनल कार्यालय में भी कर्मचारियों ने इसी तरह बयान दर्ज करवाए। दोनों अपर आयुक्त ने तीनों कार्यालय से संपत्ति कर से संबंधित दस्तावेज जांच के लिए जब्त किए।

2 दिन में पेश होगी रिपोर्ट

अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कर संग्राहक भूपेश श्रीवास, मनीष पाराशर और लखन सिंह की चुकोटिया को नोटिस देकर 24 घंटे में जवाब मांगा है। अगले 2 दिन में निगम कमिश्नर को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी। उधर, निगमायुक्त किशोर कन्याल ने बताया यह गंभीर लापरवाही का मामला है।

जांच के बाद इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज करवाएंगे। हमने एक दिन पहले ही हमने एक करोड़ 37 लाख का संपत्ति कर 1 दिन में जमा कराने का रिकॉर्ड बनाया है। इन जैसे गलत कर्मचारियों की वजह से अभियान को खराब नहीं होने देंगे।

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